Updated on: 24 December, 2024 10:37 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
भारतीय सिनेमा के दिग्गज फिल्ममेकर श्याम बेनेगल का 80 साल की उम्र में मुंबई में निधन हो गया. लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे बेनेगल के निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर है.
दिग्गज फिल्म मेकर श्याम बेनेगल आज पंच तत्व में विलीन होंगे.
भारतीय सिनेमा के जाने-माने फिल्म मेकर और डायरेक्टर श्याम बेनेगल का सोमवार, 23 दिसंबर को मुंबई में निधन हो गया. 80 साल की उम्र में उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली. वह लंबे समय से किडनी से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे. उनके निधन की खबर से सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
श्याम बेनेगल भारतीय सिनेमा के उन चंद फिल्मकारों में से थे जिन्होंने कला और यथार्थ को अपने काम में खास स्थान दिया. उनकी फिल्मों ने सिनेमा की परिभाषा को नए आयाम दिए. उनके निधन को फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी क्षति माना जा रहा है.
आज होगा अंतिम संस्कार
श्याम बेनेगल का अंतिम संस्कार आज दोपहर किया जाएगा. उनका पार्थिव शरीर पेडर रोड स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. परिवार के सदस्य, मित्र, और सिनेमा जगत के दिग्गज उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंचेंगे.
उनकी अंतिम यात्रा आज दोपहर 12 बजे के बाद निकलेगी. अंतिम संस्कार मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क विद्युत शवदाह गृह में दोपहर 2 बजे किया जाएगा. यहां फिल्म जगत से जुड़े कई लोग और उनके प्रशंसक उन्हें अंतिम विदाई देंगे.
सिनेमा जगत में शोक की लहर
श्याम बेनेगल के निधन की खबर सुनकर बॉलीवुड से जुड़े कई बड़े नामों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले उनके योगदान को याद कर रहे हैं. उन्होंने ‘अंकुर’, ‘निशांत’, और ‘भूमिका’ जैसी फिल्मों से सिनेमा को नई पहचान दी थी. उनकी फिल्मों में सामाजिक मुद्दों और यथार्थ को लेकर गहरी समझ देखने को मिलती थी.
उनकी अद्वितीय सोच और निर्देशन का प्रभाव केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सिनेमा जगत में भी देखा गया. उन्होंने न केवल बेहतरीन फिल्में बनाईं, बल्कि उभरते हुए कलाकारों को मंच भी दिया.
फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नुकसान
श्याम बेनेगल के निधन से भारतीय सिनेमा ने एक महान निर्देशक और प्रेरणादायक व्यक्तित्व को खो दिया है. उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी. उनका सिनेमा और उनके विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे.
सिनेमा प्रेमी और उनके प्रशंसक उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए शिवाजी पार्क पहुंचेंगे. वह पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे, लेकिन उनकी यादें और उनका सिनेमा हमेशा हमारे साथ रहेगा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT