Updated on: 16 August, 2024 10:08 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
प्रीति जिंटा, जेनेलिया डिसूजा, कृति सेनन और आयुष्मान खुराना ने भी सोशल मीडिया पर अपने आक्रोश और दुख को व्यक्त किया है.
X/Pics, Hrithik Roshan
Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में हाल ही में एक ट्रेनी लेडी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस बर्बरता के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग कर रहे हैं. देश भर में आक्रोश का माहौल है, और इस मामले ने सामाजिक सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं. बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ऋतिक रोशन ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "हमें एक ऐसे समाज की जरूरत है जहां हम सभी समान रूप से सुरक्षित महसूस कर सकें. लेकिन इस दिशा में विकसित होने में दशकों लग सकते हैं. मुझे उम्मीद है कि यह प्रक्रिया हमारे बेटों और बेटियों को संवेदनशील और सशक्त बनाने में मदद करेगी. अगली पीढ़ियाँ निश्चित रूप से बेहतर होंगी. हम उस समय एक बेहतर समाज का हिस्सा बनेंगे. लेकिन अंतरिम में क्या? फिलहाल न्याय तभी हो सकता है जब इन अत्याचारों पर सख्ती से रोक लगाई जाए. और ऐसा करने का एकमात्र तरीका यह है कि अपराधियों को इतना कठोर दंड दिया जाए कि वे ऐसे कुकर्म करने से पहले हजार बार सोचें."
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Yes we need to evolve into a society where we ALL feel equally safe. But that is going to take decades. It’s going to hopefully happen with sensitizing and empowering our sons and daughters. The next generations will be better. We will get there. Eventually. But what in the…
— Hrithik Roshan (@iHrithik) August 15, 2024
ऋतिक ने आगे कहा, "मैं अपनी बेटी के लिए न्याय मांगने में पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हूं और मैं उन सभी डॉक्टरों के साथ खड़ा हूं जिन पर कल रात हमला किया गया." ऋतिक के इस बयान ने लोगों के आक्रोश को और भी बल दिया है. ऋतिक रोशन के अलावा, बॉलीवुड की अन्य हस्तियों ने भी इस घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. प्रीति जिंटा, जेनेलिया डिसूजा, कृति सेनन और आयुष्मान खुराना ने भी सोशल मीडिया पर अपने आक्रोश और दुख को व्यक्त किया है. सभी ने इस घटना को शर्मनाक बताया और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है.
इस घटना ने देशभर में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति एक नई बहस छेड़ दी है. यह सवाल उठता है कि आखिर कब तक महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर पाएंगी, और कब तक उन्हें इस तरह की बर्बरता का शिकार होना पड़ेगा? ऐसे में समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर इन अपराधों के खिलाफ आवाज उठानी होगी, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की घटना का शिकार न बने.
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