Updated on: 29 September, 2025 04:55 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
बॉलीवुड के अंदाज़ और पारंपरिक गरबा के साथ, शिबानी संगीत विरासत भी लेकर आ रही हैं.
शिबानी कश्यप
ताल, भक्ति और आनंद के इस गरबा मौसम की धड़कन है शिबानी कश्यप म- जो निर्विवाद रूप से डांडिया क्वीन हैं. बॉलीवुड के अंदाज़ और पारंपरिक गरबा के अपने मनमोहक मिश्रण के साथ, शिबानी इस नवरात्रि में सिर्फ़ परफॉर्म ही नहीं कर रही हैं; बल्कि वह अपने साथ एक ऐसी संगीत विरासत भी लेकर आ रही हैं जिसने एक युग को परिभाषित किया है.
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सजना आ भी जा (वैसा भी होता है पार्ट II), ज़िंदा हूँ मैं (ज़िंदा), और क्या नज़ाकत है (मोहब्बतें) जैसे अपने अविस्मरणीय पार्श्व गीतों से, शिबानी ने रोमांस, लचीलेपन और लय की आवाज़ के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. उनके स्वतंत्र हिट गाने — हो गई है मोहब्बत तुमसे, जो देश भर में प्रेम का गान बन गया, से लेकर आज कल ज़िंदगी, वान कहिया और नज़ाकत तक — उन्हें उन चंद भारतीय गायिकाओं में से एक बनाते हैं जिन्होंने बॉलीवुड और स्वतंत्र संगीत के बीच की रेखाओं को सफलतापूर्वक पकड़कर रखा . हाथ में गिटार और तुरंत पहचानी जाने वाली भारी आवाज़ के साथ, शिबानी ने दर्शकों के साथ एक ऐसा जुड़ाव बनाया जो पीढ़ियों से परे था.
यही विरासत अब वह उत्सव के मंच पर लेकर जा रही हैं. दिल्ली के पीतमपुरा से लेकर गुरुग्राम के धमाकेदार एम3एम डांडिया रास तक, बैंगलोर की सांस्कृतिक गर्मजोशी से लेकर दीपाली चौक के जीवंत रामलीला मैदान तक, और फिर बहुप्रतीक्षित मेरठ के प्रदर्शन तक, शिबानी का सफ़र किसी संगीतमय तीर्थयात्रा से कम नहीं है. हर मंच उनका मंदिर बन जाता है, हर दर्शक उनके भक्त, उनकी दमदार आवाज़ और आकर्षक उपस्थिति पर झूम उठते हैं.
यह सफ़र पीतमपुरा में अशोक गोयल देवराहा द्वारा आयोजित और श्री केशव रामलीला समिति द्वारा प्रस्तुत एक भव्य गरबा उद्घाटन के साथ शुरू होता है. फिर, मानो नवरात्रि में ही और ऊर्जा की ज़रूरत हो, शिबानी गुरुग्राम के एम3एम 65वें एवेन्यू में डीजे सुकेतु की विद्युतीय धुनों के साथ अपनी प्रतिष्ठित धुन का संगम करेंगी. बैंगलोर भी बॉलीवुड डांडिया की धूम में डूबा रहेगा, जहाँ लाइव ढोल, आरती और भावपूर्ण शिबानी रात को आनंद में डुबो देंगी. दिल्ली में, रास रंग उत्सव में, वह गीतों से आसमान को रंग देंगी, और मेरठ में अपने दौरे का समापन करेंगी, जहाँ की बारीकियाँ पहले से ही उत्सुकता जगा रही हैं.
उनका कार्यक्रम अथक है, उनका उत्साह अदम्य है - यह साबित करता है कि वह इस मौसम की रानी क्यों हैं. अपने गाए हर सुर के साथ, शिबानी कश्यप सिर्फ़ परफ़ॉर्म ही नहीं कर रही हैं, बल्कि वह समुदायों, संस्कृतियों और उत्सवों को एक भव्य, बिना रुके उत्सव की सिम्फनी में पिरो रही हैं. इस नवरात्रि, जब शिबानी मंच पर आएंगी, तो यह रात सिर्फ़ नृत्य और संगीत के बारे में नहीं होगी - यह आनंद के आगे समर्पण के बारे में होगी. रानी बोल चुकी हैं, और पूरा देश नाचेगा.
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