Updated on: 02 February, 2024 06:35 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उन्हें बॉलीवुड और ओडिया सिनेमा दोनों में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन और योगदान के लिए जाना जाता है.
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मशहूर अभिनेता, निर्देशक और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित साधु मेहर ने शुक्रवार को अपने मुंबई स्थित आवास पर अंतिम सांस ली. 84 वर्षीय साधु मेहर ने बॉलीवुड और ओडिया सिनेमा दोनों में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन और योगदान के लिए काफी पहचान अर्जित की. मेहर (साधु मेहर डेथ) का करियर विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं तक फैला हुआ है, जिसमें शक्तिशाली नेतृत्व से लेकर यादगार चरित्र चित्रण शामिल हैं.
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साधु मेहर ने `भुवन शोम`, `अंकुर` (जिसने उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया) और `मृगया` जैसी हिंदी फिल्मों से प्रसिद्धि हासिल की. उन्होंने सब्यसाची महापात्र की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म भुखा में अभिनय करके उड़िया सिनेमा में भी दर्शकों का मनोरंजन किया. अभिनय के अलावा मेहर ने कैमरे के पीछे भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. `अभिमान` (उत्तम मोहंती अभिनीत), `अपरिचिता`, `अभिलाषा` और बच्चों की फिल्म `बबूला` जैसी प्रशंसित फिल्मों का निर्देशन किया है.
एक फिल्म निर्माता के रूप में अपनी बहुमुखी प्रतिभा दिखाते हुए, उनका निर्देशन कौशल `गोपा रे बधुचि काला कन्हेई` में चमका. मेहर की प्रतिभा पीढ़ियों के माध्यम से लगातार आगे बढ़ रही थी. 1999 की बॉलीवुड फिल्म हम आपके दिल में रहते हैं में अनिल कपूर और काजोल के साथ उनके किरदार ने एक प्रिय चरित्र अभिनेता के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत किया.
मेहर की व्यापक फिल्मोग्राफी में `27 डाउन,` `निशांत,` `मंथन,` `इंकार,` `सफेद हाथी,` `देबशिशु,` और `शेष दृष्टि` जैसी हिंदी फिल्में शामिल हैं. उन्होंने सब्यसाची महापात्र की बहुभाषी कृति `जय जगन्नाथ` में भी अभिनय किया, जिसने भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी. ओडिशा और राष्ट्र ने सिनेमाई किंवदंती के निधन पर शोक व्यक्त किया है. साधु मेहर की विरासत अभिनेताओं, निर्देशकों और फिल्म प्रेमियों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.
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