Updated on: 26 August, 2025 08:49 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
टीवी सीरियल ‘चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान’ में संयोगिता के किरदार में अब नया चेहरा जुड़ गया है. अभिनेत्री प्रियांशी यादव इस दमदार भूमिका में नज़र आएंगी.
संयोगिता का किरदार न केवल ऐतिहासिक गाथाओं में महत्वपूर्ण रहा है, बल्कि इसे छोटे पर्दे पर निभाना भी किसी चुनौती से कम नहीं.
टीवी पर दर्शकों का पसंदीदा ऐतिहासिक शो ‘चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान’ अब एक नए मोड़ के साथ आगे बढ़ रहा है. इस बार सबसे बड़ा आकर्षण है संयोगिता के किरदार में नया चेहरा—प्रियांशी यादव. प्रियांशी की एंट्री के साथ ही सीरियल के इस अध्याय में नई ऊर्जा और ताजगी का संचार हुआ है.
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संयोगिता का किरदार न केवल ऐतिहासिक गाथाओं में महत्वपूर्ण रहा है, बल्कि इसे छोटे पर्दे पर निभाना भी किसी चुनौती से कम नहीं. प्रियांशी के लिए यह किरदार एक भावनात्मक सफर है, जिसमें उन्हें रोमांस, शौर्य और आत्मसम्मान, सभी पहलुओं को बखूबी दर्शाना है. इस भूमिका को लेकर उन्होंने कहा, “यह रोल मेरे लिए बेहद खास है क्योंकि यह मुझे कई तरह से अपनी क्षमता दिखाने का अवसर देता है—चाहे वो गहरी भावनाएँ हों या दमदार एक्शन. मैं हमेशा एक ऐसी महिला का किरदार निभाना चाहती थी जो जितनी सुंदर हो, उतनी ही साहसी भी.”
दिलचस्प बात यह है कि इस रोल के लिए प्रेरणा लेने के लिए प्रियांशी ने बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा ऐश्वर्या राय बच्चन को अपना आदर्श माना है. उन्होंने स्वीकार किया कि ‘जोधा अकबर’ में ऐश्वर्या द्वारा निभाया गया जोधा का किरदार उनके लिए मार्गदर्शक रहा. ऐश्वर्या की शालीनता, गरिमा और अभिनय की गहराई ने उन्हें यह भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया.
प्रियांशी का मानना है कि एक रॉयल हीरोइन होना केवल रूप और साज-सज्जा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें आत्मविश्वास, दृढ़ता और शौर्य का भी अहम योगदान होता है. वह अपनी स्क्रीन प्रेजेंस से यह साबित करना चाहती हैं कि संयोगिता का किरदार सिर्फ सौंदर्य का प्रतीक नहीं, बल्कि स्त्री-शक्ति और आत्मसम्मान का जीवंत उदाहरण है.
टीवी जगत में पहले से ही कई अभिनेत्रियों ने ऐतिहासिक किरदारों को जीवंत बनाया है, लेकिन प्रियांशी अपनी अदाकारी से संयोगिता को एक नया आयाम देना चाहती हैं. दर्शकों के लिए यह देखना रोचक होगा कि किस तरह वह इस चुनौतीपूर्ण किरदार को निभाती हैं और पृथ्वीराज चौहान की गाथा को और अधिक भव्य बनाती हैं.
प्रियांशी की यह नई पारी न केवल उनके करियर को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकती है, बल्कि दर्शकों को भी एक बार फिर से इतिहास और परंपरा की झलक देखने का मौका देगी.
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