आस्था चौधरी को पसंद हैं सभी भारतीय त्योहार
आस्था चौधरी ने बताया कि उन्हें गणगौर का त्योहार कितना पसंद है और बचपन में उनकी इस त्योहार से कई यादें भी जुड़ी हैं. आस्था ने कहा कि इन दिनों काम के कारण और अपने शहर से दूर होने के कारण त्योहारों के क्रेज और उन्हें मनाने का ढंग काफी बदल गया है.
आस्था ने बताया कि गणगौर की धूम राजस्थान में देखने को मिलती है. हाल ही में उनके शो मेरा बालम थानेदार में गणगौर एपिसोड शूट हुए थे, जिसमें उनको अपने बचपन के दिनों की याद आ गई. राजस्थान की धूमधाम तो मुंबई में मिल ही नहीं पाती.
आस्था ने बताया कि उनका बचपन अलवर में बीता है. वह बचपन में उनके घर पर मां को गणगौर तीज करते देखती थीं. राजस्थान में लड़कियां पारंपरिक पोशाक पहनकर ईसर गौर की यात्रा भी निकालती हैं. उन्होंने बताया कि गणगौर का त्योहार या अन्य पारंपरिक त्योहार न केवल श्रृंगार से संबंध रखते हैं बल्कि हमारी भारतीय संस्कृति की एक अमूल्य धरोहर भी हैं, जिससे हमें हमारे रीति-रिवाजों और संस्कारों का ज्ञान मिलता है.
होली से लेकर गणगौर की तीज तक कुंवारी लड़कियां और सुहागिन महिलाएं 16 दिन तक ईसर और गौर की पूजा करती हैं. जयपुर और राजस्थान के कई शहरों में इस त्योहार को जोर शोर से मनाया जाता है. ये त्योहार भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है.
आस्था ने गणगौर त्योहार की अपने फैंस को बधाई दी है. वह मानती हैं कि त्योहार हमारे जीवन में किसी न किसी माध्यम से खुशियां लाने का काम करते हैं. `मेरा बालम थानेदार` शो के दौरान गणगौर एपिसोड की एक फोटो भी आस्था ने सोशल मीडिया पर शेयर की है.
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