Updated on: 09 May, 2024 03:30 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया को शुभ दिन के साथ-साथ स्वयं सिद्ध मुहूर्त भी माना जाता है. अक्षय तृतीया एक ऐसा दिन माना जाता है जिस दिन बिना कुछ सोचे कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य किए जाते हैं.
प्रतिकात्मक फोटो/आईस्टॉक
Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया को शुभ दिन के साथ-साथ स्वयं सिद्ध मुहूर्त भी माना जाता है. अक्षय तृतीया एक ऐसा दिन माना जाता है जिस दिन बिना कुछ सोचे कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य किए जाते हैं. इस दिन गृह प्रवेश, उद्योग, व्यापार जैसे मांगलिक कार्य किए जाते हैं. इस दिन धन की देवी लक्ष्मी जी की विशेष रूप से पूजा भी की जाती है.
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अक्षय तृतीया को आखा तीज भी है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस शुभ पर्व पर किया जाने वाले दान-पुण्य, पूजा-पाठ, जाप-तप और शुभ कर्म करने पर मिलने वाला फलों में कमी नहीं होती है.
10 मई को है अक्षय तृतीया
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 मई को प्रात: 04 बजकर 17 मिनट पर हो रहा है. इस तिथि का समापन 11 मई को रात 02 बजकर 50 मिनट पर होगा. अक्षय तृतीया 10 मई को मनाया जाएगा.
ये है पूजन का शुभ मुहूर्त
सुबह 05 बजकर 33 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक शुभ मुहूर्त होने वाला है.
खरीद सकते हैं ये चीजें
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन मिट्टी से बने मटक या कलश को घर लाना बहुत शुभ माना जाता है. माना जाता है कि आप अक्षय तृतीया के दिन पानी या चावल से भरा मटका भी घर ला सकते हैं.
मां लक्ष्मी की होगी कृपा
इस बार अक्षय तृतीया का पर्व शुक्रवार के दिन है. ऐसे में आप लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए इस दिन श्री यंत्र घर ला सकते हैं.
घर लाएं ये चीजें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया का दिन माता लक्ष्मी के लिए होता है. इस दिन देवी लक्ष्मी की कृपा के लिए अपने घर में दक्षिणावर्ती शंख, एकाक्षी नारियल आदि भी ला सकते हैं. विधि विधान से घर पर इसे मंदिर में स्थापित किया जाना है.
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