Updated on: 16 April, 2024 12:55 PM IST | mumbai 
                                                    
                            Hindi Mid-day Online Correspondent                             
                                   
                    
Chaitra Navratri 2024: हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से हुई है. आज नवरात्रि की अष्टमी तिथि है. इस बार अष्टमी 16 अप्रैल को है. नवरात्रि की अष्टमी पर महागौरी की उपासना की जाती है.
 
                प्रतीकात्मक तस्वीर
Chaitra Navratri 2024: हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से हुई है. आज नवरात्रि की अष्टमी तिथि है. इस बार अष्टमी 16 अप्रैल को है. नवरात्रि की अष्टमी पर महागौरी की उपासना की जाती है. अष्टमी और नवमी पर माता महागौरी की उपासना की जाती है. इस दिन बहुत सारे लोग उपवास भी रखते हैं. अष्टमी के दिन कन्या पूजन और हवन भी किया जाता है.
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जानिए क्या है पूजन तिथि
हिंदू पंचाग के अनुसार अष्टमी तिथि 15 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से शुरू होगा और समापन 16 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 23 मिनट पर होगा. इस दिन सुबह 7 बजकर 51 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक रहेगा. वहीं, कन्या पूजन अभिजीत मुहूर्त में भी किया जा सकता है. अभिजीत मुहूर्त आज सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. (Chaitra Navratri 2024)
कन्या पूजन की विधि और नियम
नवरात्रि की अष्टमी पर कन्या पूजन की विधि और नियमों को देखें तो कन्याओं के आने पर उनके पैर धुलवाकर और उन पर फूल बरसाकर स्वागत करना चाहिए. उन्हें आसन पर बैठाकर उनके पैर पोछने चाहिए. फिर उनके माथे पर रोली, कुमकुम और अक्षत लगाकर उनका स्वागत करना चाहिए. इसके बाद घर बने प्रसाद या हलवा, चना और पूरी का भोज कन्याओं को करवाना चाहिए. इन कन्याओं के साथ एक बालक को भी शामिल करना चाहिए. (Chaitra Navratri 2024)
हवन का भी होता है महत्व
नवरात्रि पर हवन का भी काफी महत्व होता है. इस हवन को नवरात्रि के नौ दिन पूरे होने पर किया जाता है. अपने व्रत के समापन और सभी चीजों के सही तरीके से पूर्ण होने के बाद हवन किया जाता है. माता से किसी भी प्रकार की भूल होने की माफी भी मांगी जाती है. (Chaitra Navratri 2024)
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