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Chaitra Navratri 2024: 9 अप्रैल से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि, जानिए क्या है घटस्थापना का समय और पूजा की विधि

Updated on: 08 April, 2024 08:31 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

Chaitra Navratri 2024: नौ अप्रैल से चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवरात्रि का प्रारंभ होने जा रहा है. हिन्दू नववर्ष पर ही नए साल की शुरुआत मानी जाती है. मां को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत भी रखते हैं.

मां दुर्गा. (फोटो पीटीआई)

मां दुर्गा. (फोटो पीटीआई)

Chaitra Navratri 2024:  नौ अप्रैल से चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवरात्रि का प्रारंभ होने जा रहा है. हिन्दू नववर्ष पर ही नए साल की शुरुआत मानी जाती है. मां को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत भी रखते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के दौरान विधि-विधान से मां दुर्गा से भक्त मनोकामनाएं पूरी हो जाती है.

इस चैत्र नवरात्र किसी भी तिथि का क्षय नहीं हो रहा है. कलश स्थापना का मुहूर्त महत्वपूर्ण है. आइए आपको बताते हैं कलश स्थापना का समय...


सुबह नौ बजे से कर सकते हैं कलश स्थापना


सुबह नौ से शाम 5 पांच बजे तक सूर्यास्त तक कलश स्थापना कर सकते हैं. हिंदू पंचाग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्र प्रारंभ होते हैं. 8 अप्रैल से रात 11 बजकर 55 मिनट तक ये तिथि शुरू हो जाएगी. नौ अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 33 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. इस दौरान कभी भी कलश स्थापना और शुभ कार्य किए जा सकते हैं.

घोड़े पर सवार होकर आएंगी दुर्गा


जो भी चैत्र नवरात्रि को मानते हैं वो ये मानते हैं कि हर साल मां दुर्गा अलग-अलग वाहनो पर सवार होकर आती है. इस बार चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा अपने वाहन घोड़े पर सवार होकर आने वाली हैं.

इस तरह करें 9 दिन की पूजा

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें.
  • मां दुर्गा का जलाभिषेक कर पूजन कर लें.
  • मां को अक्षत, सिंदूर और लाल पुष्प अर्पित करें और फिर भोग लगाकर आरती उतारें.
  • अपनी आस्था के अनुसार मां दुर्गा के पाठ और चालीसा करें.
  • कई लोग नवरात्रि में 9 दिन का व्रत भी रखते हैं.
  • नवरात्रि में प्याज लहसुन के खाने से बचना चाहिए.
  • नवरात्रि के समापन पर कन्या भोज करके हवन आदि करते हैं. इससे पुण्यफल की प्राप्ति होती है.

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