Updated on: 17 June, 2025 01:10 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
पुरी, ओडिशा में 27 जून से शुरू होने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 की तैयारियाँ पूरी जोरों पर हैं. इस धार्मिक पर्व के दौरान, भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को विशाल रथों में खींचकर गुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाएगा.
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पुरी, ओडिशा में हर साल आयोजित होने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा हिंदू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक पर्व है, जो देश और दुनिया भर के लाखों भक्तों को आकर्षित करता है. इस साल, 27 जून से शुरू होने वाली रथ यात्रा की तैयारियां पूरी जोरों पर हैं. जगन्नाथ रथ यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह ओडिशा की सांस्कृतिक धरोहर और परंपरा का भी प्रतीक है.
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रथ यात्रा का महत्व और विशेषताएँ
यह यात्रा भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथ पर यात्रा करने का एक विशेष अवसर है. प्रत्येक वर्ष भक्तों द्वारा इन तीन देवताओं को उनके विशाल लकड़ी के रथों में खींचकर गुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाता है. इस यात्रा के दौरान, भक्त रथों को खींचने का पुण्य प्राप्त करने के लिए भारी संख्या में जुटते हैं. एक सप्ताह तक देवता गुंडिचा मंदिर में विश्राम करते हैं, जहां भक्तों की एक विशाल भीड़ उन्हें देखने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए एकत्रित होती है. इसके बाद, रथों को फिर से जगन्नाथ मंदिर वापस लाया जाता है, और यात्रा समाप्त होती है.
#Watch | Puri, Odisha | Preparations in full swing for #JagannathRathYatra2025, starting June 27.
— DD News (@DDNewslive) June 15, 2025
`Bahuda Jatra` (Return Car Festival) will be held on July 5.
During the festival, three deities - Jagannath, his brother Balabhadra and sister Subhadra are drawn by devotees in… pic.twitter.com/3GM236Pogh
रथ यात्रा की तैयारियाँ
पुरी में इस रथ यात्रा के लिए जो तैयारियाँ की जाती हैं, वे बहुत ही व्यापक और विस्तृत होती हैं. इस साल की रथ यात्रा के लिए तीन विशाल रथ तैयार किए जा रहे हैं, जो भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के लिए विशेष रूप से बनाए गए हैं. इन रथों को अत्यंत धैर्य और श्रम से तैयार किया जाता है, और यह लगभग एक वर्ष की मेहनत का परिणाम होते हैं. रथों को सजाने का काम भी विशेष रूप से धार्मिक कारीगरों द्वारा किया जाता है, जिनका उद्देश्य रथों को सौंदर्य और दिव्यता से सजाना होता है.
पुरी में हर साल इस आयोजन के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाते हैं. यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और यातायात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन की एक बड़ी टीम तैनात रहती है. रथ यात्रा के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनज़र स्वास्थ्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाता है.
भक्तों की आस्था और धार्मिक उत्साह
जगन्नाथ रथ यात्रा का एक और प्रमुख पहलू है भक्तों की आस्था और उत्साह. यह यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह भक्तों के लिए एक साधना और भगवान के साथ उनके संबंध को और प्रगाढ़ करने का अवसर भी है. रथ यात्रा के दौरान, भक्तों की बड़ी संख्या हाथों में ध्वज लेकर रथों के पीछे चलते हैं और पूरे रास्ते में जयकारे लगाते हैं. यह यात्रा एक अद्भुत धार्मिक अनुभव प्रदान करती है, जो हर व्यक्ति की आत्मा को शांति और संतोष प्रदान करती है.
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