Updated on: 18 April, 2024 06:27 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
Kamada Ekadashi: चैत्र शुक्ल की एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से भगवान विष्णु को विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त होता है. कामदा एकादशी को चैत्र शुक्ल एकादशी भी कहते हैं. हिंदु धर्म में एकादशी का विशेष महत्व होता है.
प्रतिकात्मक तस्वीर
चैत्र शुक्ल की एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन पूजा करने से भगवान विष्णु को विशेष रूप से आशीर्वाद प्राप्त होता है. कामदा एकादशी को चैत्र शुक्ल एकादशी भी कहते हैं. हिंदु धर्म में एकादशी का विशेष महत्व होता है. हिंदु पंचान के अनुसार पूरे साल में 24 एकादशी आती है, इन एकादशियों का अपना विशेष महत्व होता है.
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चैत्र शुक्ल की एकादशी 19 अप्रैल 2024 को होता है. कामदा एकादशी का व्रत 19 अप्रैल को ही किया जाएगा. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस व्रत को करने से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है और पापों का नाश होता है.
इन चीजों से करें परहेज़
एकादशी पर कई लोग व्रत उपवास भी करते हैं. जो लोग व्रत उपवास नहीं कर पाते वो कुछ तरह की चीजों का परहेज करते हैं. जैसे कई घरों में इस दिन चावल नहीं खाए जाते हैं. इस दिन खास तौर पर सात्विक भोजन ही किया जाता है.
जानें क्या है पूजन का सही समय
एकादशी तिथि पर 18 अप्रैल 2024 को शाम 05.31 से 19 अप्रैल रात 08.04 मिनट तक रहेगी. जो भी व्रत संपन्न करना चाहते हैं 20 अप्रैल को सुबह 06.02 मिनट से 08.35 मिनट तक कर सकते हैं.
एकादशी पर ऐसे करें व्रत
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर भगवान विष्णु का ध्यान किया जाता है. व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की मूर्ती या प्रतिमा का पूजन किया जाता है. उन्हें चंदन का लेप, फल, दीपक और धूप चढ़ाया जाता है. इसके साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम और नारायण स्त्रोत का भी पाठ किया जा सकता है. एकादशी पर व्रत रहकर इसके निमित्त ब्राह्मणों को भोजन कराया जा सकता है उन्हें दक्षिणा देकर विदा करने के बाद भोजन ग्रहण किया जाता है.
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