Updated on: 08 April, 2024 09:01 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
Eid Ul Fitr 2024: मुस्लिम समुदाय का पाक माह रमज़ान चल रहा है. इस महीने का समापन ईद पर होता है. इस साल रमज़ान के माह की शुरुआत 12 मार्च 2024 को हुई थी जो अब खत्म होने जा रहा है.
प्रतिकात्मक तस्वीर/आईस्टॉक
Eid Ul Fitr 2024: मुस्लिम समुदाय का पाक माह रमज़ान चल रहा है. इस महीने का समापन ईद पर होता है. इस साल रमज़ान के माह की शुरुआत 12 मार्च 2024 को हुई थी जो अब खत्म होने जा रहा है.
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ईद को ईद-उल-फितर के नाम से भी जानते हैं. इसे इस्लाम मानने वाले मीठी ईद भी कहते हैं. रमजान के पूरे महीने मुस्लिम लोग रोज़े रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं. पूरे देश में ईद का त्योहार मनाया जाता है. भारत के साथ-साथ सभी मुस्लिम देशों में भी इस त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह रहता है.
10 या 11 अप्रैल को है ईद
इस्लामिक कैलेंडर को देखें तो 10वें शव्वाल की पहली तारीख और रमजान के आखिरी दिन चांद दिखने पर ईद मनाई जाती है. फिलहाल ईद की सही तारीख तय नहीं हुई है. ये चांद देखने के बाद ही पता चलेगा कि ईद कब है. वैसे तो ईद 10 अप्रैल या 11 अप्रैल को ही होने वाली है.
क्या है ईद का महत्व
ईद का इस्लाम धर्म के मानने वालों के लिए विशेष महत्व होता है. इससे पहले पूरे महीने लोग रोज़े रखते हैं. ईद और इससे पहले पूरे माह लोग रोज़े रखते हैं. इस दौरान समय से नमाज़ पढ़ी जाती है. सुबह सहरी और शाम को इफ्तारी की जाती है. ईद पर लोग नए कपड़े पहनते हैं और एक दूसरे को गले लगाकर बधाई देते हैं. ईद पर एक दूसरे को गिफ्ट दिए जाते हैं. इस दिन फिरनी या मीठी सेवइयां बनती हैं. लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा दान भी करते हैं.
सहरी और इफ्तारी का होता है महत्व
रमजान के पाक महीने में सहरी और इफ्तारी का ख़ास महत्व होता है. रमजान महीने में रोज़ा रखा जाता है. इसमें सूर्योदय और सूर्यास्त के समय भोजन किया जाता है. लोग दिन भर बिना कुछ भी खाए पिए रहते हैं.
सहरी को सूर्योदय से पहले किया जाता है. धर्म को मानने वाले सभी लोग लगभग अनिवार्य रूप से रोज़े रखते हैं. इफ्तार शाम को नमाज़ के बाद किया जाता है. इसमें खजूर खाकर रोज़ा खोला जाता है. ये शाम को मगरिब की अजान के बाद खोला जाता है.
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