Updated on: 07 August, 2024 08:11 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
Hariyali Teej 2024: इस साल 2024 में श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्य प्राप्ति के लिए तीज मनाते हैं. इसे अखंड सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है. वहीं, कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना के साथ इस व्रत को रखती हैं.
हरियाली तीज पर शिव पूजन करने से मिलता है सौभाग्य
Hariyali Teej 2024: इस साल 2024 में श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्य प्राप्ति के लिए तीज मनाते हैं. इसे अखंड सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है. वहीं, कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर की कामना के साथ इस व्रत को रखती हैं.
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धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव और पार्वती की इस दिन विधि विधान से पूजा की जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को अपनी कठोर तपस्या से प्राप्त किया था. इस दिन वरुण देवता या नदियों और जल के देवता का भी पूजन किया जाता है. (Hariyali Teej 2024)
ये है तीज की तिथि और पूजा का मुहूर्त
हरियाली तीज की तृतीया तिथि की शुरुआत 6 अगस्त रात 7 बजकर 52 मिनट पर होगा. 7 अगस्त को रात 10 बजकर 05 मिनट पर होगा. इस बार हरियाली तीज 7 अगस्त को मनाई जाएगी. हरियाली तीज पर इस बार परिघ योग, शिव योग और रवि योग बन रहा है. (Hariyali Teej 2024)
जरूर चढ़ाएं ये सामग्री
केले के पत्ते, बेल पत्र, आंकड़े का पत्ता, काले रंग की गीली मिट्टी, जनेऊ, धागा और नए वस्त्र, माता पार्वती के लिए चूड़ियां, महौर, खोल, सिंदूर, मेहंदी, सुहाग पूड़ा आदि सामान चढ़ाया जाता है. भगवान शिव की उपासना में कुछ प्रमुख चीजें चढ़ाई जाती हैं- इसमें दूध, दही, घी, शहद, लाल चंदन शामिल है. (Hariyali Teej 2024)
हरे रंग का विशेष महत्व
हरियाली तीज पर हरे रंग का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन महिलाएं हरे रंग के कपड़े पहनती हैं. हरी चूड़ियां पहनती हैं साथ ही मेहंदी लगाकर सोलह श्रृंगार भी करती हैं. पारंपरिक गीत गायन और झूला झूलने का भी अपना मजा होता है. (Hariyali Teej 2024)
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