Updated on: 01 December, 2024 02:50 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है। यह न केवल धार्मिक दृष्टि से शनि दोष निवारण के लिए महत्वपूर्ण है.
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शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व होता है. हिंदू धर्म में पीपल को पवित्र और शुभ माना गया है. यह पेड़ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु, लक्ष्मी और देवताओं का वास होता है. खासतौर पर शनिवार के दिन पीपल की पूजा करने से शनि दोष शांत होता है और जीवन में सुख-शांति आती है.
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पीपल के पेड़ का धार्मिक महत्व
पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में "वृक्षराज" यानी पेड़ों का राजा माना गया है. ऐसा कहा जाता है कि पीपल के पेड़ की जड़ में ब्रह्मा, तने में विष्णु और पत्तों में शिव का वास होता है. शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करने से न केवल शनि देव की कृपा मिलती है, बल्कि जीवन में आने वाली समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है.
पूजा विधि
शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें. पूजा के लिए पीपल के पेड़ के पास जाएं. पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं और सरसों का तेल लगाएं. इसके बाद एक दीपक जलाएं और पीपल की परिक्रमा करें. परिक्रमा के दौरान भगवान विष्णु और शनि देव का ध्यान करते हुए उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें.
पौराणिक मान्यताएं
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब शनि देव ने भगवान विष्णु से अपनी शक्ति के लिए आशीर्वाद मांगा, तो विष्णु जी ने उन्हें पीपल के पेड़ में रहने का वरदान दिया. इस वजह से शनिवार को पीपल की पूजा करने से शनि देव का आशीर्वाद मिलता है और कष्टों का निवारण होता है.
स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए लाभकारी
पीपल का पेड़ ऑक्सीजन का बड़ा स्रोत है. यह पेड़ दिन और रात दोनों समय ऑक्सीजन देता है, जो इसे पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण बनाता है. आयुर्वेद में पीपल के पत्ते, छाल और जड़ का उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है.
धार्मिक और वैज्ञानिक लाभ
>> पीपल की पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है.
>> शनि दोष से पीड़ित व्यक्ति को विशेष लाभ होता है.
>> पर्यावरण को शुद्ध करने में पीपल का बड़ा योगदान है.
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