Updated on: 14 July, 2025 03:59 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
बावनकुले की यह टिप्पणी रविवार को गायकवाड़ पर हमले के आरोपी दीपक काटे के साथ उनकी कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद आई है.
चन्द्रशेखर बावनकुले. फ़ाइल चित्र
महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने सोमवार को कहा कि स्वामी समर्थ पर टिप्पणी को लेकर संभाजी ब्रिगेड के संस्थापक सदस्य प्रवीण गायकवाड़ पर हुए हमले से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार बावनकुले की यह टिप्पणी रविवार को गायकवाड़ पर हमले के आरोपी दीपक काटे के साथ उनकी कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद आई है.
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रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने पहले बताया था कि रविवार को सोलापुर जिले के अक्कलकोट गाँव में श्री दत्तात्रेय के अवतार माने जाने वाले स्वामी समर्थ पर उनकी कथित टिप्पणी को लेकर एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने गायकवाड़ के साथ कथित तौर पर मारपीट की और उन पर स्याही फेंकी. एक वायरल वीडियो में गायकवाड़ को उनकी कार से बाहर निकाला जा रहा है और कुछ लोग उनके साथ मारपीट कर रहे हैं.
बाद में पुलिस ने दीपक काटे और शिवधर्म फाउंडेशन के छह अन्य सदस्यों पर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत दंगा करने का मामला दर्ज किया और उन्हें हिरासत में ले लिया. बाद में पुलिस द्वारा उन्हें नोटिस दिए जाने के बाद उन्हें जाने दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार भाजपा द्वारा काटे का समर्थन करने के दावों के बारे में पूछे जाने पर, बावनकुले ने कहा, "गायकवाड़ पर हुए हमले से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. इस तरह की नीच हरकतें करना हमारे खून में नहीं है".
बावनकुले ने संवाददाताओं से कहा, "काटे को प्रवीण गायकवाड़ के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था और भाजपा उनके इस कृत्य का समर्थन नहीं करती. एक आरोपी हमेशा आरोपी ही रहता है, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो." रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा विधान पार्षद परिणय फुके ने दावा किया कि विपक्षी राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे द्वारा उनकी पार्टी की आलोचना करना उनके प्रति पूर्वाग्रह को दर्शाता है.फुके ने कहा, "उनका हमेशा से यह मानना रहा है कि समाज में जो कुछ भी हो रहा है उसके पीछे भाजपा का हाथ है. ऐसी घटना को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए, लेकिन मैं हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई का समर्थन करता हूँ." गायकवाड़ स्वामी समर्थ से जुड़े होने के कारण प्रसिद्ध अक्कलकोट में एक शैक्षणिक संस्थान और सकल मराठा समाज द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने गए थे.
प्रदर्शनकारियों ने गायकवाड़ द्वारा छत्रपति संभाजी महाराज को `संभाजी` कहने पर भी आपत्ति जताई. एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि उन्होंने संभाजी ब्रिगेड का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी महाराज ब्रिगेड करने की मांग की. गायकवाड़ ने आरोप लगाया कि हिंदुत्व विचारधारा के अनुयायियों ने उनके "प्रगतिशील विचारों" के कारण उन्हें निशाना बनाया. संभाजी ब्रिगेड, एक मराठा संगठन है जिसका नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के नाम पर रखा गया है. इस संगठन को 2004 में पुणे स्थित भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट पर कथित तौर पर हमला करने और तोड़फोड़ करने के लिए जाना जाता था. इस संगठन का दावा था कि इसने शिवाजी महाराज पर अमेरिकी विद्वान जेम्स लेन की किताब की मदद की थी, जिसके कुछ हिस्से उन्हें अस्वीकार्य थे.
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