मुंबा देवी मंदिर मुंबई का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहाँ सालभर भक्त पूजा-अर्चना के लिए आते रहते हैं. (Pics/Ashish Raje)
नवरात्रि के समय मंदिर में दर्शन करने की परंपरा और भी महत्व रखती है, क्योंकि यह देवी के नौ रूपों की आराधना का समय माना जाता है.
श्रद्धालुओं ने सुबह से ही मंदिर की पवित्र और शांत वातावरण में प्रवेश किया और माता के चरणों में फूल, फल और लाल कपड़े चढ़ाकर अपनी श्रद्धा प्रकट की.
स्थानीय पुलिस और मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए थे. मंदिर के प्रवेश द्वार और आसपास की सड़कों पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई थी ताकि भक्तों को कोई असुविधा न हो और सामाजिक दूरी बनाए रखने के निर्देशों का पालन भी सुनिश्चित किया जा सके.
भक्तों में महिलाओं की संख्या अधिक थी, जिन्होंने पारंपरिक पोशाकों में माता की आराधना की. कई परिवारों ने साथ में मंदिर जाकर माता के दर्शन किए और मंदिर परिसर में ही दीपक और अगरबत्ती जलाकर प्रार्थना की.
श्रद्धालुओं ने जयकारों और भजनों के माध्यम से वातावरण को भक्तिमय बनाया. मंदिर के पुजारियों ने भी विशेष पूजा विधि का आयोजन किया, जिसमें देवी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की गई.
पूजा के दौरान भक्तों ने माता से सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की.
मंदिर प्रशासन ने बताया कि नवरात्रि के नौ दिनों में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आएंगे.
मुंबा देवी मंदिर में पहले दिन की यह भीड़ न केवल धार्मिक आस्था का परिचायक है बल्कि मुंबई में नवरात्रि उत्सव की धूम और सामाजिक एकता को भी दर्शाती है. भक्तों का उत्साह और श्रद्धा का जोश पूरे शहर में उत्सव का माहौल बना रहा.
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