Updated on: 19 November, 2024 09:20 AM IST | Mumbai
Samiullah Khan
मलाड पुलिस ने एक 41 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो अपनी दो पत्नियों के खर्च उठाने के लिए धोखाधड़ी कर रहा था. आरोपी युवाओं को पार्ट-टाइम नौकरी का झांसा देकर उनके मोबाइल फोन चुराता था.
Pic/Samiullah Khan
मलाड पुलिस ने 41 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो अपनी दो पत्नियों के खर्च चलाने के लिए धोखाधड़ी करने लगा था. आर्थिक तंगी का सामना कर रहे आरोपी ने नौकरी चाहने वाले युवाओं को पार्ट-टाइम नौकरी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाने की योजना बनाई. जब शिकायतकर्ता नौकरी के बारे में बात करने के लिए उससे मिलते, तो वह उनके मोबाइल फोन लेकर भाग जाता. महीनों की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से चोरी किए गए 18 मोबाइल फोन बरामद किए. मलाड पुलिस के अनुसार, आरोपी ने कबूल किया कि उसने दो घरों का खर्च चलाने के कारण आर्थिक तंगी के कारण अपराध किया.
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आरोपी मोहम्मद कासिम शेख उर्फ आतिफ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और यह पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है कि क्या उसने और लोगों को ठगा है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुंब्रा निवासी ने करीब सात साल पहले दूसरी शादी की थी. उसकी दोनों शादियों से एक-एक बेटा था. उसकी दोनों पत्नियाँ मुंब्रा के अलग-अलग इलाकों में किराए पर लिए गए दो अलग-अलग घरों में अलग-अलग रहती हैं. शेख ने शुरू में कपड़ों का छोटा-सा कारोबार चलाया, लेकिन इससे उसे पर्याप्त कमाई नहीं हो पाई. अपनी आय बढ़ाने के लिए उसने पार्ट-टाइम फूड डिलीवरी एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम किया. हालांकि, दूसरी शादी के बाद दो घरों को चलाने का खर्च उसके लिए बहुत बढ़ गया. पुलिस ने बताया कि आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वह धोखाधड़ी करने लगा.
आरोपी मुंब्रा के आसपास के इलाकों में घूमकर नौकरी की तलाश कर रहे छात्रों और युवाओं से संपर्क करता था. पुलिस ने बताया कि वह खास तौर पर महंगे मोबाइल फोन रखने वालों को अपना निशाना बनाता था. शेख उनसे दोस्ती करता और उन्हें आकर्षक नौकरी के अवसर प्रदान करता. वह दावा करता कि वे सिर्फ एक घंटे काम करके 500 से 1,000 रुपये कमा सकते हैं. उसकी योजना में पीड़ितों को पॉश इलाकों में ले जाना और उन्हें ब्रांडेड कंपनियों के लिए कपड़े लोड करने और उतारने जैसे काम का वादा करना शामिल था.
एक बार जब वह उनका भरोसा जीत लेता, तो वह उन्हें प्रतिष्ठित कपड़ों की दुकानों के बाहर मिलने का इंतजाम करता और नौकरी के बारे में बात करने के बहाने उनके मोबाइल फोन लेकर भाग जाता. एक अधिकारी ने बताया, "उसने अकेले मलाड में चार लोगों को धोखा दिया है. उसने बांद्रा, कोलाबा, मरीन ड्राइव, खार और ठाणे जिले के कई स्थानों पर इसी तरह के अपराध किए हैं. वह शिकायतकर्ताओं से चुराए गए फोन बेचकर अपना किराया और अन्य खर्च पूरा करता था."
शेख की तलाश कर रही मलाड पुलिस को आरोपी के बारे में उस पुलिस स्टेशन से पता चला, जहां उसे पहले गिरफ्तार किया गया था. एक बार जब उन्होंने पुष्टि की कि शिकायतकर्ता द्वारा साझा किया गया विवरण उनके संदिग्ध से मेल खाता है, तो पुलिस ने आरोपी के कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच की. शेख को पकड़ने के लिए मलाड पुलिस के जवान महीनों से विभिन्न कपड़ों के बाजारों में घूम रहे थे. गुरुवार को उसे अंधेरी के लोखंडवाला से गिरफ्तार किया गया.
अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी से कुछ समय पहले, शेख ने कथित तौर पर एक नौकरी चाहने वाले से उसका मोबाइल फोन ठगा था और बाद में एक अन्य व्यक्ति को ठगने के लिए लोखंडवाला गया था. सहायक पुलिस आयुक्त हेमंत सावंत ने कहा, "डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) आनंद भोइते के मार्गदर्शन में, वरिष्ठ निरीक्षक विजयकुमार पनहाले, निरीक्षक संजय बेडवाल, एपीआई (सहायक निरीक्षक) महेश मुंधे के साथ डिटेक्शन अधिकारी पीएसआई (उप-निरीक्षक) तुषार सुखदेव और उनकी टीम ने आरोपी का पता लगाया और महीनों की जांच के बाद उसे पकड़ लिया तथा उसके पास से चोरी किए गए 18 मोबाइल फोन बरामद किए. उसने अपना अपराध कबूल कर लिया है." उन्होंने कहा, "आगे की पूछताछ जारी है. हम नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे असत्यापित स्रोतों से नौकरी के प्रस्तावों के बारे में सतर्क रहें."
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