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लोकसभा चुनाव 2024 | 48 वोट केस: गिनती के दिन उल्लंघन के लिए रवींद्र वाइकर के रिश्तेदार पर मामला दर्ज

Updated on: 15 June, 2024 09:19 AM IST | mumbai
Samiullah Khan , Shirish Vaktania | samiullah.khan@mid-day.com

वनराई पुलिस ने मंगेश वसंत पांडिलकर, जो कि शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वाइकर के रिश्तेदार हैं, के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. वाइकर ने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट को 48 वोटों के अंतर से जीता था.

4 जून को विजेता घोषित किए जाने के बाद शिवसेना उम्मीदवार रविंद्र वायकर. फोटो/सतेज शिंदे

4 जून को विजेता घोषित किए जाने के बाद शिवसेना उम्मीदवार रविंद्र वायकर. फोटो/सतेज शिंदे

वनराई पुलिस ने मंगेश वसंत पांडिलकर, जो कि शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वाइकर के रिश्तेदार हैं, के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. वाइकर ने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट को 48 वोटों के अंतर से जीता था. उन पर आरोप है कि उन्होंने 4 जून को गोरेगांव में जहां वोटों की गिनती हो रही थी, वहां मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया. पुलिस ने चुनाव आयोग (ईसी) के ENCORE (पोल पोर्टल) ऑपरेटर दिनेश गुरव को भी उनके डिवाइस को पांडिलकर को देने के आरोप में बुक किया है.

वाइकर ने शिवसेना (UBT) उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को मामूली अंतर से हराया. कीर्तिकर ने पुलिस से वोटों की पुनर्गणना की मांग की थी और कहा था कि वह इसके लिए कोर्ट में चुनाव याचिका दायर करेंगे. इस मामले में शिकायतकर्ता सुचित्रा क्रुणाल अमले पाटिल हैं, जो एक अतिरिक्त सहायक चुनाव निर्णायक अधिकारी हैं. वह गोरेगांव के NESCO केंद्र में गिनती से संबंधित काम के लिए तैनात थीं. 4 जून को, पाटिल को एक शिकायत मिली कि केंद्र के अंदर एक मोबाइल फोन पाया गया था, जो कि सख्त मनाही है.


उम्मीदवार सुरेंद्र अरोड़ा और भरत खिमजी साहा ने भी पांडिलकर के कथित उल्लंघन के बारे में लिखित शिकायत दी थी. गिनती के दौरान केवल ENCORE ऑपरेटरों, रिटर्निंग अधिकारियों और कुछ अन्य चुनाव आयोग के अधिकारियों को ही अपने मोबाइल फोन केंद्र के अंदर ले जाने की अनुमति है.


पुलिस अधिकारी के अनुसार, अपनी शिकायत में, पाटिल ने पुलिस को सूचित किया कि गुरव ने केंद्र के अंदर पांडिलकर को अपना मोबाइल फोन दिया, जबकि वह नियमों के बारे में जानते थे.

पुलिस का बयान एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमने चुनाव आयोग के रिटर्निंग अधिकारी से सीसीटीवी फुटेज की मांग की है. हम कॉल रिकॉर्ड की जांच करेंगे कि पांडिलकर ने किसे कॉल किया और किस उद्देश्य से. यह भी पता लगाया जाएगा कि केंद्र के अंदर मोबाइल फोन का उपयोग करने का कारण क्या था. हम पांडिलकर और गुरव को गिनती के दौरान चुनाव आयोग के नियमों और दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए भी गिरफ्तार करेंगे.”


शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर मतगणना के दिन नेस्को सेंटर में। तस्वीर/सतेज शिंदे; (दाएं)

शिवसेना नेता रविंद्र वायकर जोगेश्वरी में अपने कार्यालय में। तस्वीर/अतुल कांबले

गुरव को सिस्टम में वोटिंग प्रक्रिया शुरू करने के लिए ओटीपी उत्पन्न करने के लिए NESCO केंद्र के अंदर मोबाइल फोन का उपयोग करने की अनुमति थी. पुलिस ने पांडिलकर और गुरव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और 134 और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 134 के तहत एफआईआर दर्ज की है.

कीर्तिकर की प्रतिक्रिया विकास पर प्रतिक्रिया देते हुए कीर्तिकर ने कहा, “जब व्यक्ति को मोबाइल फोन के साथ पकड़ा गया था, मैं वहां मौजूद नहीं था. मैंने लिखित रूप में केंद्र की वीडियो फुटेज की मांग की थी और शुक्रवार को कलेक्टर ने ऐसा करने से इनकार करते हुए जवाब दिया. मैं फुटेज के लिए कोर्ट जाऊंगा. मुझे संदेह था कि केंद्र के अंदर भी हेरफेर की गई थी और इसकी जांच की जानी चाहिए. यह मोबाइल फोन कई सवाल उठाता है.”

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