Updated on: 10 July, 2025 11:03 AM IST | Mumbai
Eeshanpriya MS
पर्यावरण कार्यकर्ताओं और जागरूक नागरिकों ने बीएमसी द्वारा पेड़ों की कटाई को लेकर जारी किए जा रहे नोटिसों की पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं.
File Pic/Ashish Raje
पर्यावरण कार्यकर्ताओं, पर्यावरणविदों और जागरूक नागरिकों ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा पेड़ काटने से संबंधित सार्वजनिक नोटिसों में अधिक पारदर्शिता की मांग की है. कार्यकर्ताओं ने पेड़ों की कटाई से संबंधित गलत, अधूरे और कभी-कभी अमान्य नोटिसों की बार-बार की गई घटनाओं की ओर ध्यान दिलाया है, जिससे किए जा रहे कार्य का वास्तविक दायरा अस्पष्ट हो जाता है.
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इस स्पष्टता की कमी के कारण नागरिकों के लिए यह समझना मुश्किल हो गया है कि उनके आस-पड़ोस में क्या हो रहा है, जिससे प्रस्तावित पेड़ों को हटाने के लिए सार्थक सुझाव और आपत्तियाँ देने में बाधा आ रही है. बीएमसी के आदेश के अनुसार, पेड़ों की कटाई केवल सार्वजनिक नोटिस जारी करने, इन पेड़ों को काटने के बारे में नागरिकों से सुझाव और आपत्तियों के रूप में जानकारी लेने और पेड़ों को काटने का निर्णय लेने से पहले एक जन सुनवाई आयोजित करने के बाद ही की जा सकती है. उपरोक्त सभी कार्य सार्वजनिक नोटिस जारी होने के सात दिनों के भीतर किए जाते हैं.
नागरिकों ने बताया है कि नोटिस अक्सर अधूरे होते हैं—उनमें अक्सर ज़रूरी जानकारी का अभाव होता है और पुराने या बेकार वेब लिंक होते हैं, जिससे जनता की सहभागिता और निगरानी में बाधा आती है.
`2022 से यही समस्या`
बुधवार को, मुंबई के एक पर्यावरण कार्यकर्ता ज़ोरू बाथेना ने मिड-डे को बताया: "आज ही, उन्होंने दादर इलाके में खतरनाक पेड़ों को काटने के लिए एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया है. लेकिन नोटिस में काटे जाने वाले पेड़ों की संख्या या उन्हें काटने के कारणों का विवरण नहीं है. इसके अलावा, सार्वजनिक नोटिस में दिया गया वेब लिंक—जो बुधवार को कुछ अखबारों में छपा था—निष्क्रिय है. सार्वजनिक नोटिस में उल्लिखित बीएमसी वेबसाइट से संबंधित ऑनलाइन मार्ग मौजूद नहीं है."
कार्यकर्ताओं ने बताया है कि पेड़ों की कटाई से संबंधित सार्वजनिक नोटिसों के साथ भी यही स्थिति रही है, और उन्होंने बताया कि वे 2022 से विभिन्न शिकायतों के माध्यम से नगर निगम के समक्ष इस समस्या को उजागर कर रहे हैं. जनवरी 2022 की शुरुआत में ही एक आधिकारिक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें पेड़ों की कटाई के संबंध में बीएमसी के सार्वजनिक नोटिसों में गलत सूचना की समस्या पर प्रकाश डाला गया था.
शिकायत में बताया गया था कि कैसे पेड़ों को हटाने के प्रस्तावों का कोई विवरण या विवरण नहीं दिया जा रहा था, केवल संबंधित बीएमसी वार्ड की जानकारी दी गई थी, और नागरिक नोटिसों में बीएमसी पोर्टल के गलत वेबपाथ प्रकाशित किए गए थे. हालाँकि, कोई कार्रवाई नहीं की गई, और आज भी, उसी निष्क्रिय वेबपाथ से नोटिस जारी किए जा रहे हैं.
अधिकारी की राय
बीएमसी के उद्यान प्रकोष्ठ के एक वरिष्ठ नागरिक अधिकारी ने मिड-डे को बताया कि दादर में पेड़ों की कटाई के बारे में बुधवार को जारी किए गए नोटिस में संभवतः कोई त्रुटि थी, जिसके कारण गलत वेबपाथ बना. अधिकारी ने कहा, "बीएमसी पारदर्शिता प्रदान करने के कई तरीके अपनाती है, और यह केवल सार्वजनिक नोटिसों तक ही सीमित नहीं है. जिन पेड़ों को काटा जाएगा, उन पर भी नोटिस चिपकाए जाते हैं."
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