Updated on: 17 April, 2025 04:29 PM IST | Mumbai
Rajendra B. Aklekar
यह सफलता अंधेरी (पूर्व) और छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) के बीच 1.647 किलोमीटर लंबी सुरंग के पूरा होने का प्रतीक है.
फाइल फोटो
शहर के विस्तारित मेट्रो नेटवर्क के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर, मुंबई मेट्रो लाइन 7 ए कॉरिडोर पर काम कर रही टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) `दिशा` ने आज एक सफलता हासिल की, जिससे भूमिगत सुरंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पूरा हो गया. यह सफलता अंधेरी (पूर्व) और छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) के बीच 1.647 किलोमीटर लंबी सुरंग के पूरा होने का प्रतीक है.
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6.35 मीटर के तैयार व्यास वाली यह सुरंग, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) द्वारा अपने मेट्रो नेटवर्क के हिस्से के रूप में निर्मित पहली भूमिगत सुरंग है. मेट्रोपॉलिटन कमिश्नर डॉ. संजय मुखर्जी ने कहा, "यह एक यादगार मील का पत्थर है." "आज, 17 अप्रैल, 2025 को मेट्रो लाइन 7 ए के लिए टीबीएम ने अपनी सफलता हासिल की, जिससे एमएमआरडीए द्वारा मुंबई के मेट्रो नेटवर्क में पहली भूमिगत सुरंग को सफलतापूर्वक पूरा किया गया. यह इंजीनियरिंग उपलब्धि दहिसर से गुंडावली तक चलने वाली परिचालन रेड लाइन (लाइन 7) को हवाई अड्डे के विस्तार से जोड़ने का मार्ग प्रशस्त करती है."
इस महत्वपूर्ण अवसर पर महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने एक औपचारिक समारोह में भाग लिया. इस अवसर पर एमएमआरडीए महानगर आयुक्त डॉ. संजय मुखर्जी (आईएएस), अतिरिक्त आयुक्त श्री विक्रम कुमार (आईएएस) और श्री अश्विन मुदगल (आईएएस) के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे.
काफी विलंब से चल रही येलो लाइन मुंबई मेट्रो 2बी ने रविवार को एक मील का पत्थर पार कर लिया - इसके चालू होने के चार साल बाद - जब चेंबूर में डायमंड गार्डन और मानखुर्द में मांडले के बीच लाइन के 5.4 किलोमीटर हिस्से को लाइव-चार्ज किया गया. इसका मतलब है कि ओवरहेड वायर अब `लाइव` माने जाते हैं. अधिकारियों ने कहा कि लाइन पर पहला ट्रेन ट्रायल 16 अप्रैल को शुरू होगा. यह तारीख उस दिन से मेल खाती है जब 172 साल पहले मुंबई में पहली बार ट्रेनें चली थीं, इस घटना को भारतीय रेलवे का स्थापना दिवस माना जाता है.
ब्लू लाइन 1 के घाटकोपर से परिचालन शुरू करने के बाद पिछले दस वर्षों में पूर्वी उपनगरों में चलने वाली यह पहली नई मेट्रो होगी. अन्य तीन लाइनें पश्चिमी उपनगरों को सेवा प्रदान करती हैं. हालांकि परिचालन शुरू करने की समय सीमा दिसंबर 2025 दी गई थी, लेकिन सूत्रों ने कहा कि मेट्रोपोलिटन कमिश्नर डॉ संजय मुखर्जी ने ट्रेन ट्रायल की जल्द शुरुआत पर जोर दिया, जो सभी लाइनों की प्रगति की बारीकी से समीक्षा कर रहे हैं. इस महत्वपूर्ण विकास से मानखुर्द और चेंबूर के बीच स्थानीय संपर्क आसान हो जाएगा. येलो लाइन मेट्रो 2बी में भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) की ओर से छह कोच वाली हाई-एंड ट्रेन सेट हैं. 11 नवंबर, 2023 को मिड-डे ने मानखुर्द के मंडले डिपो में पहली ट्रेन सेट के आगमन की सूचना सबसे पहले दी.
स्वदेशी रूप से निर्मित, यात्री ट्रेन सेट में सभी स्टील इंटीग्रल रेल कोच हैं, जिसमें ऊर्जा-अनुकूल पुनर्योजी ब्रेकिंग सिस्टम है. ट्रेनों में प्रत्येक तरफ चार दरवाजे हैं और यात्रियों को साइकिल से यात्रा करने की अनुमति देने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है. इसमें मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, एक आईपी-आधारित घोषणा प्रणाली और अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली जैसी सुविधाएँ हैं.
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