Updated on: 20 January, 2025 09:12 AM IST | Mumbai
Vinod Kumar Menon
गढ़चिरौली पुलिस बल के प्रोजेक्ट उड़ान के तहत जिले के 25 युवा और पुलिस कर्मी टाटा मुंबई मैराथन में शामिल हुए. इस पहल का उद्देश्य माओवादी प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं को खेलों में प्रोत्साहित करना और उनकी प्रतिभा को राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है. प्रतिभागियों ने 42 किमी, 21 किमी और 10 किमी की दौड़ में हिस्सा लिया.
टाटा मुंबई मैराथन में गढ़चिरौली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) एम. रमेश सहित कई पुलिस अधिकारियों और युवाओं ने शानदार प्रदर्शन किया.
गढ़चिरौली जिला माओवादी गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता है. ऐसे में यहां के दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को खेलों के माध्यम से आगे बढ़ाने और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए गढ़चिरौली पुलिस बल ने प्रोजेक्ट उड़ान के तहत कई पहल शुरू की हैं. इसके तहत कबड्डी, वॉलीबॉल और मैराथन जैसी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. इसी कड़ी में 19 जनवरी 2025 को गढ़चिरौली के 25 चयनित युवाओं और पुलिस कर्मियों ने टाटा मुंबई मैराथन में हिस्सा लिया.
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इस मैराथन में प्रतिभागियों ने 42 किमी (पूर्ण मैराथन), 21 किमी (हाफ मैराथन) और 10 किमी की विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया. टाटा मुंबई मैराथन हर साल आयोजित की जाती है, जिसमें न केवल भारत बल्कि विदेशों से भी एथलीट शामिल होते हैं. गढ़चिरौली के इन युवाओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) एम. रमेश के मार्गदर्शन में यह पहल की गई.
मैराथन के लिए गढ़चिरौली जिले के 64 उप-केंद्रों में चयन परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें से 25 युवाओं का चयन किया गया. चुने गए युवाओं को पुलिस मुख्यालय में दो महीने का विशेष आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया. इस दौरान राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों ने युवाओं को दौड़ने की तकनीक, शारीरिक क्षमताएं बढ़ाने के लिए व्यायाम, पहाड़ी दौड़ और लंबी दूरी की प्रैक्टिस कराई. प्रशिक्षण के दौरान युवाओं ने 21 किमी, 25 किमी, 35 किमी और 42 किमी तक की दौड़ में हिस्सा लिया.
टाटा मुंबई मैराथन में गढ़चिरौली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) एम. रमेश सहित कई पुलिस अधिकारियों और युवाओं ने शानदार प्रदर्शन किया. इनमें लीलाधर खरबंकर (21 किमी – 1 घंटा 19 मिनट), प्रियंका ओक्सा (21 किमी – 1 घंटा 28 मिनट) और अमोल पोराटे (42 किमी – 3 घंटे 24 मिनट) प्रमुख थे.
इस पहल को सफल बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अभियान) यतीश देशमुख, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अहेरी श्रेणिक लोढ़ा, और सिविल एक्शन शाखा के अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई. प्रशिक्षकों और सहयोगियों ने भी अथक मेहनत कर युवाओं को तैयार किया.
गढ़चिरौली पुलिस बल के इस प्रयास ने न केवल युवाओं में खेलों के प्रति रुचि बढ़ाई है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने कौशल को दिखाने का अवसर भी दिया है.
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