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नपुंसक बनाता है जर्सी गाय का दूध, गोसेवा संघ के मिलिंद एकबोटे के बयान से हंगामा

Updated on: 12 August, 2025 08:28 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

अब एक बार फिर मिलिंद एकबोटे ने पुणे में एक कार्यक्रम में एक अजीबोगरीब बयान दिया है.

प्रतिष्ठित छवि

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हिंदुत्व कार्यकर्ता और महाराष्ट्र गोसेवा संघ के कार्यकर्ता मिलिंद एकबोटे 2018 से ही कई वजहों से चर्चा में हैं. 2018 में पुणे में हुई हिंसा के एक मामले में उनके खिलाफ अत्याचार और दंगा भड़काने का मामला दर्ज किया गया था. अब एक बार फिर मिलिंद एकबोटे ने पुणे में एक कार्यक्रम में एक अजीबोगरीब बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जर्सी गाय सुअर और गाय के मिश्रण से बनी एक प्रजाति है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी अजीबोगरीब दावा किया है कि इस गाय का दूध नपुंसकता का कारण बनता है. गौरतलब है कि अपने भाषण में उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की भी तीखी आलोचना की है. उनके इस भाषण की अब पूरे राज्य में चर्चा हो रही है.

मिलिंद एकबोटे पुणे में एक कार्यक्रम में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने देशी गायों के पालन और संरक्षण पर टिप्पणी की. इस विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जर्सी गाय का दूध स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. एकबोटे ने सनसनीखेज दावा किया है कि इन गायों का दूध नपुंसकता का कारण बनता है.


एकबोटे ने आगे कहा, “आज, भारतीय गायें अर्जेंटीना, ब्राज़ील और ऑस्ट्रेलिया, तीन देशों में पाली जाती हैं. इससे एक विशाल डेयरी उद्योग का निर्माण हुआ है और इन तीनों देशों ने केवल भारतीय गाय का दूध बेचने का कानून बनाया है. वहाँ जर्सी गाय का दूध बेचने की अनुमति नहीं है. इसके विपरीत, भारत में जर्सी गाय का दूध बेचा जाता है. जर्सी गाय एक गाय है जो सूअर और गधे के मिश्रण से बनती है,” एकबोटे ने यह विचित्र दावा किया है. “यही जर्सी गाय का दूध मधुमेह जैसी बीमारियों का कारण बनता है. यह दूध मधुमेह से ज़्यादा नपुंसकता का कारण बनता है. जर्सी गाय के दूध की वजह से ही पुणे शहर में स्वादिष्ट ट्यूब बेबी फ़ैक्टरियाँ स्थापित की गई हैं. इन फ़ैक्टरियों में लोग प्रतीक्षा सूची में खड़े हैं”.


गोसेवा संघ के मिलिंद एकबोटे ने अजित पवार की आलोचना करते हुए कहा, “राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक गैर-ज़िम्मेदाराना बयान दिया है, `मैं कुरैशी लोगों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करूँगा.`” उन्होंने कहा, “उन्हें लोगों की नहीं, बल्कि अपने मन की सुननी चाहिए. पवार को पता होना चाहिए कि उन्हें मोदी का आशीर्वाद प्राप्त है और उन्हें उपमुख्यमंत्री का पद दिया गया है.” एकबोटे ने सलाह दी है कि भगवा रंग का सम्मान किया जाना चाहिए और हिंदुत्व की भावना को बनाए रखा जाना चाहिए. इस बीच, अब मिलिंद एकबोटे के जर्सी गायों और नपुंसकता वाले बयान पर राज्य में अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ मिलने की संभावना है. साथ ही, एकबोटे ने अजित पवार को संबोधित करते हुए कहा है कि उन्हें शर्म आनी चाहिए थी, तो अब अजित पवार के कार्यकर्ता क्या जवाब देंगे? यह देखना दिलचस्प होगा.


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