Updated on: 21 December, 2024 08:39 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस मुद्दे पर बयान देते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई मराठी लोगों की है और उनकी सरकार किसी को भी स्थानीय लोगों को नुकसान पहुंचाने नहीं देगी.
सीएम देवेंद्र फडणवीस मीडिया को संबोधित करते हुए. फाइल फोटो/पीटीआई
कल्याण में एक मराठी परिवार के खिलाफ हिंसा के मद्देनजर राज्य विधानसभा में मराठी बनाम गैर-मराठी मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है. विपक्ष ने जानना चाहा कि क्या धरतीपुत्र अपने ही राज्य में सुरक्षित हैं और सरकार उन लोगों के साथ क्या करने जा रही है जिन्होंने असहाय परिवार को पीटने के लिए गुंडों को काम पर रखा था. इस मुद्दे पर बयान देते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई मराठी लोगों की है और उनकी सरकार किसी को भी स्थानीय लोगों को नुकसान पहुंचाने नहीं देगी.
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फडणवीस ने कहा कि सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और निर्देश दिया है कि महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम (एमटीडीसी) में मुख्य आरोपी की नौकरी निलंबित की जाए. सदन को दी गई जानकारी के अनुसार कल्याण के योगीधाम में अजमेरा हाइट्स के निवासी अखिलेश शुक्ला ने उसी इमारत में रहने वाले देशमुख परिवार के सदस्यों पर हमला करने के लिए गुंडों को काम पर रखा था.
18 दिसंबर को देशमुखों को स्टील की छड़ों से पीटा गया. इस हमले की लाइव रिकॉर्डिंग की गई. फुटेज वायरल होने के बाद मामला गंभीर हो गया. पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार तो किया, लेकिन उसे गिरफ्तार करने में देरी की. कार्रवाई न करने के कारण शुक्ला शहर छोड़कर भाग गया. मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने राज्य को गिरफ्तारी में देरी के खिलाफ चेतावनी दी. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "अगर सरकार आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो मनसे को दोष न दें." फडणवीस ने कहा कि राज्य लोगों के अहंकार (जिन्होंने स्थानीय लोगों के साथ बुरा व्यवहार किया) से निपटने से पहले आराम नहीं करेगा.
उन्होंने कहा कि यह जानने की जरूरत है कि स्थानीय मराठियों को मुंबई से बाहर क्यों जाना पड़ा. उन्होंने कहा, "एक मराठी परिवार 300 वर्ग फुट के घर में रहता है. हमें यह जानने की जरूरत है कि कौन बड़ी जगह पर रहता है. प्रवासी मराठी धाराप्रवाह बोलते हैं और हमारी परंपराओं और त्योहारों को मनाते हैं. कुछ लोग गलत काम करते हैं जिससे हमारा सामाजिक ताना-बाना प्रभावित होता है. मैं उन्हें बहुत दृढ़ता से बताता हूं कि हम किसी को भी स्थानीय लोगों के साथ बुरा व्यवहार नहीं करने देंगे."
फडणवीस ने कुछ आवासीय परिसरों में एक अघोषित प्रथा के बारे में भी बात की, जहां मांसाहारियों को फ्लैट नहीं बेचे जाते या किराए पर रहने की अनुमति नहीं दी जाती. उन्होंने कहा, "किसी को भी घर देने से इनकार करने का अधिकार नहीं है... हर किसी को अपने खाने का विकल्प चुनने का अधिकार है. कुछ समुदायों के लिए शाकाहार महत्वपूर्ण हो सकता है. उनसे नफरत करने का कोई कारण नहीं होना चाहिए. लेकिन अगर कोई इस भोजन विकल्प का इस्तेमाल भेदभाव करने के लिए करता है, तो इस संबंध में कोई शिकायत मिलने पर हम इस तरह के भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेंगे."
सीएम फडणवीस ने कहा, "पश्चिम बंगाल में सभी समुदाय मछली खाते हैं. कुछ राज्यों में शाकाहारी भी हैं. मुझे लगता है कि हमें अपनी विविधता को बनाए रखना चाहिए. लेकिन साथ ही, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि राष्ट्रीय गौरव के बाद, यह हमारा क्षेत्रीय गौरव (मराठी अस्मिता) है जो हमें प्रिय है. हम अपने क्षेत्रीय गौरव को नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे."
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