Updated on: 14 March, 2024 01:23 PM IST | mumbai
Ujwala Dharpawar
राहुल गांधी ने कहा कि सीमा पर जवानों और किसानों के बिना देश नहीं चल सकता, इसलिए कांग्रेस सरकार किसानों की आवाज सुनेगी.
Rahul Gandhi in Maharashtra
Rahul Gandhi Voice Of Farmers: राहुल गांधी की `भारत जोड़ो न्याय यात्रा` शुक्रवार को नाशिक के ओझर में पहुंच गई हैं. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, `किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर और रामलीला मैदान पर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों की मांग गारंटी मूल्य कानून बनाने की है, लेकिन मोदी सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है. मोदी सरकार ने 22 अरबपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया लेकिन किसानों का एक रुपया भी माफ नहीं किया. जो लोग किसानों की तकलीफों से वाकिफ नहीं, उनकी पीड़ा नहीं समझते, वे किसानों का क्या भला करेंगे? यह सवाल उठाते हुए.
ADVERTISEMENT
सांसद राहुल गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार और उसके दरवाजे किसानों और आम लोगों के लिए हमेशा खुले रहेंगे और जब भारत अघाड़ी सरकार आएगी तो किसानों को जीएसटी से बाहर रखा जाएगा और फसल बीमा योजना का पुनर्गठन किया जाएगा. राहुल गांधी `भारत जोड़ो यात्रा` के दौरान नासिक जिले का चंदवाड में किसानों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे. राहुल गांधी ने आगे कहा कि आज देश में किसानों की समस्या, बेरोजगारी, महंगाई, बटाईदारी मूल मुद्दे हैं, लेकिन इन मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाया जा रहा है. फसल बीमा योजना से सिर्फ कंपनियों को फायदा होता है, यह तस्वीर बदलने की जरूरत है कि किसानों को नुकसान होने पर मदद नहीं मिलती, कांग्रेस सरकार आने पर फसल बीमा योजना का पुनर्गठन किया जाएगा.`
उन्होने आगे बताया, `आयात-निर्यात नीति से किसान प्रभावित न हों, इसका ध्यान रखा जाएगा. यह मानते हुए कि जीएसटी किसानों पर थोपा गया है, कांग्रेस सरकार किसानों को जीएसटी से बाहर करने का प्रयास करेगी. अगर मुट्ठी भर उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है तो किसानों का भी कर्ज माफ किया जाना चाहिए और कांग्रेस सरकार ऐसा करेगी. राहुल गांधी ने कहा कि सीमा पर जवानों और किसानों के बिना देश नहीं चल सकता, इसलिए कांग्रेस सरकार किसानों की आवाज सुनेगी.
आज देशातील शेतकऱ्यांना सर्व बाजूंनी वेठीस धरले जात आहे.
— Maharashtra Youth Congress (@IYCMaha) March 14, 2024
शेतकऱ्यांना त्यांच्या पिकांना योग्य भाव मिळत नाही, पिकांचे नुकसान झाल्यास विम्याचे पैसे मिळत नाहीत आणि त्यांच्यावर जीएसटीचा बोजाही लादण्यात आला आहे.
शेतकरी दुखावला जात असेल तर औषधही लावावे लागेल.
त्यामुळे कर्जमाफी,… pic.twitter.com/frsGO5U28F
राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष सांसद शरद पवार, शिवसेना सांसद संजय राऊत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, विधायक कांग्रेस दल के नेता बालासाहेब थोराट, एआईसीसी मीडिया विभाग प्रभारी जयराम रमेश, एआईसीसी सचिव आशीष दुआ, पूर्व मंत्री सीडब्ल्यूसी सदस्य यशोमति ठाकुर, पूर्व राज्य मंत्री विश्वजीत कदम किसानों की इस बैठक में मौजूद थे.