इस दौरान दोनों ने टीम चयन, रणनीति, नेतृत्व शैली और हाल ही में बेंगलुरु में आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ जैसे अहम मुद्दों पर बेबाकी से विचार साझा किए. (Photos: Ashish Raje)
कप्तान बनाए जाने पर गिल ने भावुक प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "जब मुझे कप्तानी मिली तो मैं अभिभूत हो गया." उन्होंने यह भी बताया कि वह संवाद-आधारित नेतृत्व शैली में विश्वास रखते हैं.
“मुझे खिलाड़ियों के साथ बातचीत करना और उन्हें समझना पसंद है. अगर खिलाड़ी सुरक्षित महसूस करते हैं, तो वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं,” गिल ने कहा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टीम के अंदर पारदर्शिता और विश्वास बनाए रखना उनकी प्राथमिकता होगी.
गौतम गंभीर ने आरसीबी के रोड शो के दौरान हुई भगदड़ पर गहरी चिंता जताई. उन्होंने कहा, “मैं कभी रोड शो का समर्थक नहीं रहा. मैंने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भी यही राय रखी थी. लोगों की जान सबसे कीमती होती है. इस तरह के जश्न को स्टेडियम या बंद जगहों पर सीमित रखना चाहिए. जो हुआ, वह बहुत दुखद है और हमें इससे सबक लेना होगा.”
श्रेयस अय्यर को टीम से बाहर किए जाने पर गंभीर ने साफ किया कि चयन में फॉर्म को प्राथमिकता दी गई है.
उन्होंने कहा, "हम सिर्फ 18 खिलाड़ियों को चुन सकते हैं. चयन हमेशा कठिन होता है लेकिन फॉर्म और टीम बैलेंस को देखकर फैसले लिए गए हैं." भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन पर उन्होंने कहा कि टीम संयोजन नतीजों और परिस्थितियों के अनुसार चुना जाएगा.
“टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेने जरूरी हैं. चाहे स्पिन ऑलराउंडर हो या तेज गेंदबाजी विकल्प, हमारा फोकस जीतने वाले संयोजन पर है,” गंभीर ने कहा.
जसप्रीत बुमराह की फिटनेस और उपलब्धता पर भी उन्होंने जानकारी दी कि बुमराह सभी टेस्ट नहीं खेलेंगे. “हमने अभी तय नहीं किया है कि वह कौन से तीन मैच खेलेंगे. यह सीरीज की प्रगति पर निर्भर करेगा, लेकिन बुमराह जैसे खिलाड़ी का होना ही हमारी ताकत है.”
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारतीय टेस्ट टीम के नए युग की शुरुआत का संकेत है, जहां गिल और गंभीर जैसे युवा और आक्रामक सोच वाले नेतृत्वकर्ता मिलकर टीम को नए शिखर तक ले जाने की तैयारी में हैं.
ADVERTISEMENT