Updated on: 28 July, 2025 04:46 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
राणे ने यह भी दावा किया कि रोहित पवार भले ही राकांपा (सपा) का हिस्सा हैं, लेकिन उनका दिल भाजपा में है.
नितेश राणे. तस्वीर/X
महाराष्ट्र के भाजपा मंत्री नितेश राणे ने दावा किया है कि राकांपा (सपा) विधायक रोहित पवार भगवा पार्टी के नेताओं के संपर्क में थे. विपक्षी विधायक ने इस दावे को खारिज कर दिया है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार राणे ने यह भी दावा किया कि रोहित पवार भले ही शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (सपा) का हिस्सा हैं, लेकिन "उनका दिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में है."
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रिपोर्ट के मुताबिक शरद पवार के पोते और अहिल्यानगर के कर्जत-जामखेड से विधायक रोहित पवार ने राणे के दावे को खारिज करते हुए कहा कि जब कोई खुद कीचड़ में फंसा हो, तो उसे कुछ नहीं बोलना चाहिए. पत्रकारों से बात करते हुए, राणे ने दावा किया, "...(पवार) 2019 में भाजपा में शामिल होने वाले थे. अगर हम यह बताना शुरू कर दें कि वह किन भाजपा नेताओं के संपर्क में थे, तो उनके पास अपना चेहरा छिपाने की जगह नहीं होगी. हालाँकि वह शारीरिक रूप से राकांपा (सपा) प्रमुख शरद पवार के साथ हैं, लेकिन उनका दिल भाजपा में है."जवाब में, रोहित पवार ने कहा कि वह मीडिया को याद दिलाना चाहते थे कि राणे, जो पहले कांग्रेस में थे, ने पार्टी बदलने के बारे में पूछे जाने पर कैसी प्रतिक्रिया दी थी.
एनसीपी (सपा) नेता ने आरोप लगाया, "जिस तरह से वह कपड़े बदलते हैं, उसी तरह वह पार्टी भी बदलते हैं. जब उनसे यह सवाल पूछा गया, तो सभी ने देखा कि वह कितने गुस्से में थे. वह खुद कीचड़ में फंस गए हैं और उन्हें दूसरों के बारे में बोलने से बचना चाहिए." रिपोर्ट के अनुसार रोहित पवार ने यह भी कहा कि वह अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत से ही इसी पार्टी के साथ हैं और उन्होंने राणे को "आईने में देखने" की सलाह दी.
शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) 2023 में विभाजित हो गई जब अजित पवार और कई अन्य विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए. रिपोर्ट के मुताबिक अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को बाद में एनसीपी नाम और पार्टी का चिन्ह दिया गया, जबकि शरद पवार के संगठन को नया नाम मिला - एनसीपी (शरदचंद्र पवार). इससे पहले, एनसीपी (सपा) विधायक रोहित पवार ने दावा किया था कि महाराष्ट्र सरकार के कुछ मंत्रियों ने अपने फ़ोन टैप होने के डर से अपने फ़ोन बंद कर दिए हैं. इस पर पलटवार करते हुए, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आरोपों के सबूत मांगे. पवार ने एक्स पर कहा, "कुछ मंत्रियों के फ़ोन नंबर उपलब्ध नहीं हैं. ऐसी अफवाहें हैं कि उन्होंने टैप होने के डर से अपने फ़ोन बंद कर दिए हैं. आने वाले दिन ही बताएंगे कि यह सच है या सिर्फ़ कानाफूसी." रोहित पवार, जो कर्जत जामखेड से दूसरी बार विधायक बने हैं, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (सपा) के महासचिव हैं.
अजित पवार ने संवाददाताओं से कहा, "सभी को आरोप लगाने का अधिकार है, लेकिन ऐसा करते समय उन्हें आरोपों की पुष्टि के लिए सबूत भी देने चाहिए." फ़ोन टैपिंग के आरोप शिवसेना (यूबीटी) के इस दावे के बीच सामने आए हैं कि मंत्रिमंडल में फेरबदल की योजना है और कम से कम पाँच से छह मंत्रियों, जिनमें से ज़्यादातर एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के हैं, को बर्खास्त किया जा सकता है.
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