Updated on: 27 May, 2024 08:02 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
डोंबिवली की अमुदान केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड में हुए ब्लास्ट की दुर्घटना में अभी भी चौथे दिन साइट से धीरे-धीरे मलबा हटाने का काम चल रहा है. अब तक 10 शव बरामद हुए हैं. उनमें से तीन शवों की पहचान हो चुकी है.
डोंबिवली कैमिकल फैक्ट्री में आग
डोंबिवली की अमुदान केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड में हुए ब्लास्ट की दुर्घटना में अभी भी चौथे दिन साइट से धीरे-धीरे मलबा हटाने का काम चल रहा है. अब तक 10 शव बरामद हुए हैं. उनमें से तीन शवों की पहचान हो चुकी है.
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इस मामले के बारे में अधिक जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच यूनिट-4 के उल्हासनगर के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कोली ने `मिड-डे` को बताया कि "मलबे से फिलहाल शरीर के जो भी अंग मिलते हैं उन्हें एकत्रित करके केमिकल एनालिसिस के लिए कलिना फोरेंसिक लैब भेजा जा रहा है. इसके साथ ही जिन लोगों ने अपने परिवारजनों के लापता होने की सूचना दी है, उनके ब्लड सैंपल लेकर उन शवों से मैच किया जा रहा है. यह प्रक्रिया फिलहाल चल रही है." इस मामले में मानपाड़ा पुलिस स्टेशन के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सहदेव पालवे ने `मिड-डे` को बताया कि हमारे पास इस मामले से संबंधित कुल नौ मिसिंग शिकायतें आई हैं और उसके आधार पर हम DNA टेस्ट करवा रहे हैं.
कैसे पहचाने गए शव? जो शव पहचाने गए हैं उनमें एक शव रिद्धि खानविलकर का था. शास्त्रीनगर अस्पताल में दो महिलाओं के शव थे. उनमें से एक शव के हाथ में अंगूठी और गले का मंगलसूत्र पहचानकर अमित खानविलकर ने उस शव को अपनी पत्नी रिद्धि का बताया. रिद्धि के साथ काम करने वाली और डोंबिवली-ईस्ट के अज़दे गांव में रहने वाली 26 वर्षीय रोहिणी कदम के शव की पहचान उसके भाई रोहित कदम ने की. रोहिणी अपने माता-पिता और भाई के साथ रहती थी. तीसरा शव राकेश राजपूत का था, जिसे उसके भाई विवेक ने पहचाना. उत्तराखंड के मूल निवासी राकेश राजपूत अमुदान फैक्टरी के पास की फैक्टरी में काम करते थे और डोंबिवली के सोनारपाड़ा में अपने परिवार के साथ रहते थे. विवेक ने बताया कि राकेश के पांच बच्चे हैं.
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