सीएम शिंदे गुरुवार शाम को घटना में घायल हुए लोगों से मिलने एम्स पहुंचे. Pics / X
मीडिया से बात करते हुए सीएम शिंदे ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए.
साथ ही सीएम शिंदे ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये के मुआवजे की भी घोषणा भी कर दी. इसके अलावा आश्वासन दिया कि सरकार घायलों के इलाज का ख्याल रखेगी.
मुख्यमंत्री शिंदे ने घटना को भयानक बताते हुए कहा कि केमिकल फैक्ट्री के आसपास की फैक्ट्रियों में कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है.
उन्होंने आगे कहा कि `राज्य भर में लाल श्रेणी के अंतर्गत आने वाली सभी सबसे खतरनाक औद्योगिक इकाइयाँ तुरंत बंद कर दी जाएंगी. ऐसी इकाइयों को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने या इंजीनियरिंग और आईटी की तरह उपयोग (श्रेणी) बदलने का विकल्प दिया जाएगा. कोई समझौता नहीं होगा लोगों के जीवन पर.`
अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन दल, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों के अलावा एनडीआरएफ भी बचाव अभियान में हिस्सा ले रही है.
राज्य उद्योग विभाग ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच के बाद ही विस्फोट के कारणों का खुलासा होगा.
अधिकारियों ने कहा कि डोंबिवली एमआईडीसी क्षेत्र के चरण 2 में स्थित अमुदान केमिकल्स में दोपहर 1.40 बजे के आसपास एक बॉयलर फट गया, विस्फोट और उसके परिणामस्वरूप लगी आग ने आस-पास की फैक्ट्रियों और घरों को प्रभावित किया.
एक प्रत्यक्षदर्शी के मताबिक, धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. आसपास की इमारतों की खिड़कियों के शीशे टूट गए जबकि आसपास के कई घर क्षतिग्रस्त हो गए.
ठाणे नगर निगम के आपदा प्रबंधन सेल के प्रमुख यासीन तडवी ने कहा, `घटना में छह पुरुषों और दो महिलाओं की मौत हो गई, लेकिन उनके शव इतने जल गए कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका.`
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मारे गए लोग पड़ोसी कारखानों में काम करते थे. सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और उद्योगों को खतरों के आधार पर ए, बी और सी के रूप में वर्गीकृत करने का निर्णय लिया है.
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