प्रदूषण और ठंड का यह संयोजन चिंता का विषय बनता जा रहा है. सर्द मौसम में हवा की स्थिरता बढ़ने से प्रदूषक तत्व वातावरण में फंस जाते हैं, जिससे धुंध का स्तर बढ़ जाता है. खासकर, पार्टिकुलेट मैटर (PM 2.5 और PM 10) का स्तर बढ़ने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है.