बीएमसी के मुताबिक, यह दुकानदार और रेस्तरां मालिक बिना किसी अनुमति के सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण कर रहे थे, जिससे यातायात और आम जनता को असुविधा हो रही थी. (PIC/NIMESH DAVE)
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद बीएमसी ने इस अवैध निर्माण की जांच की और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद तोड़फोड़ की कार्रवाई की.
बीएमसी ने कार्रवाई से पहले सभी दुकानदारों और व्यवसाय मालिकों को नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्हें अपनी संपत्तियों को खाली करने के निर्देश दिए गए थे.
आज सुबह भारी पुलिस बल की मौजूदगी में बुलडोजर और अन्य उपकरणों की मदद से इन अवैध दुकानों और रेस्तरां को गिरा दिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य क्षेत्र में सुगम यातायात सुनिश्चित करना और सार्वजनिक स्थानों को अवैध कब्जे से मुक्त कराना है.
इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया रही. कई निवासियों ने इस कदम की सराहना की, क्योंकि उन्हें लंबे समय से संकरी सड़कों और अव्यवस्थित ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ रहा था.
वहीं, कुछ व्यापारी इस कार्रवाई से नाखुश नजर आए. उनका कहना है कि वे सालों से यहां कारोबार कर रहे थे और बीएमसी को उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था देनी चाहिए थी. बीएमसी अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में भी इस तरह की अवैध संरचनाओं पर कार्रवाई जारी रहेगी.
बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, "शहर में किसी भी अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह अभियान सिर्फ पोइसर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अन्य इलाकों में भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी."
इस कार्रवाई की कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिनमें बुलडोजर से दुकानों को गिराते हुए देखा जा सकता है. पुलिस और बीएमसी अधिकारी मौके पर मौजूद थे ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.
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