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फास्ट लाइन पर टकराईं लोकल ट्रेनें, ट्रैक पर गिरकर 5 यात्रियों की मौत

Updated on: 09 June, 2025 11:36 AM IST | Mumbai
Rajendra B Aklekar | rajendra.aklekar@mid-day.com

सोमवार सुबह सेंट्रल रेलवे की कसारा-सीएसएमटी लोकल ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों के बीच मुंब्रा और दिवा स्टेशनों के बीच बड़ा हादसा हो गया.

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. स्वप्निल नीला ने कहा, “हमें हादसे की जानकारी मिलते ही राहत कार्य शुरू कर दिया गया था. जांच पूरी होने के बाद घटना के कारणों की स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी.”

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. स्वप्निल नीला ने कहा, “हमें हादसे की जानकारी मिलते ही राहत कार्य शुरू कर दिया गया था. जांच पूरी होने के बाद घटना के कारणों की स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी.”

मुंबई लोकल की भीड़भाड़ ने एक बार फिर एक दर्दनाक हादसे को जन्म दे दिया. सोमवार सुबह करीब 9:30 बजे सेंट्रल रेलवे की कसारा-सीएसएमटी लोकल ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों के लिए एक आम दिन असाधारण त्रासदी में बदल गया, जब मुंब्रा और दिवा स्टेशनों के बीच आठ यात्री चलती ट्रेन से गिर गए. इनमें से कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

यह हादसा उस समय हुआ जब कसारा की ओर जा रही ट्रेन और सीएसएमटी की ओर जा रही ट्रेन दोनों फास्ट लाइन पर थीं. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, दोनों ट्रेनों के फुटबोर्ड पर लटक रहे यात्रियों के आपस में टकराने के कारण यह दुर्घटना घटी. टक्कर के बाद यात्री असंतुलित होकर सीधे ट्रैक पर गिर पड़े. 


 



 

घटना की जानकारी सबसे पहले कसारा लोकल ट्रेन के गार्ड ने रेलवे कंट्रोल रूम को दी. सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन और मेडिकल टीम हरकत में आ गई. घायलों को तुरंत एंबुलेंस से नजदीकी कलवा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश, वहां पहुंचने से पहले ही पांच यात्रियों को मृत घोषित कर दिया गया. बाकी घायलों का इलाज जारी है.

मृतकों की उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है, और फिलहाल रेलवे अधिकारी उनकी पहचान करने में जुटे हुए हैं. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस ट्रेन से कितने यात्री गिरे. रेलवे ने जांच के आदेश दे दिए हैं और घटना की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है.

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. स्वप्निल नीला ने कहा, “हमें हादसे की जानकारी मिलते ही राहत कार्य शुरू कर दिया गया था. जांच पूरी होने के बाद घटना के कारणों की स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी.”

 

 

यह हादसा एक बार फिर मुंबई लोकल की ओवरलोडिंग और भीड़ प्रबंधन की गंभीर समस्याओं को उजागर करता है. प्रतिदिन लाखों यात्रियों को ढोने वाली इन ट्रेनों में सुरक्षा के मानकों की अनदेखी यात्रियों की जान पर भारी पड़ रही है. रेलवे प्रशासन पर अब यह दबाव है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस और त्वरित कदम उठाए जाएं.

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