गुरुवार को आयोजित इस कार्यक्रम में, पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज ठाकरे का फूलों और धार्मिक मूर्तियों से स्वागत किया. उनके प्रति इस श्रद्धा और सम्मान को देखते हुए यह कार्यक्रम एक भावनात्मक और उत्सवपूर्ण अवसर में बदल गया. (Pics/Ashish Raje)
कार्यकर्ताओं ने राज ठाकरे को छत्रपति शिवाजी महाराज की एक छोटी प्रतिमा भेंट की, जिसे उन्होंने अत्यधिक सम्मान के साथ स्वीकार किया. विशेष रूप से, जब उन्होंने यह प्रतिमा स्वीकार की, तो राज ठाकरे ने अपने जूते उतारकर छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान को दर्शाया.
गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर, पार्टी कार्यकर्ताओं ने न केवल अपनी भावनाओं का इज़हार किया, बल्कि राज ठाकरे को एक मार्गदर्शक के रूप में सम्मानित भी किया.
मनसे कार्यकर्ता बड़ी संख्या में राज ठाकरे के घर के बाहर कतार में खड़े थे, जो उनके प्रति गहरे सम्मान और भावनात्मक बंधन का प्रतीक था. यह दृश्य यह साबित करता है कि मनसे कार्यकर्ताओं और राज ठाकरे के बीच एक सशक्त और गहरा संबंध है.
पार्टी के सदस्यों ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर दादर स्थित शिवतीर्थ में पारंपरिक श्रद्धांजलि अर्पित की और मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की. इस मौके पर राज ठाकरे ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया और उनका उत्साह बढ़ाया.
गुरु पूर्णिमा, जो कि भारतीय संस्कृति में गुरु के महत्व को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण दिन है, इस बार और भी खास था.
यह दिन सिर्फ एक धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि मनसे कार्यकर्ताओं के लिए अपने नेता के प्रति सच्ची श्रद्धा और सम्मान प्रकट करने का अवसर बन गया. राज ठाकरे ने इस श्रद्धा को स्वीकार करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को हमेशा सही मार्गदर्शन देने का वादा किया.
इस आयोजन से यह साफ है कि मनसे कार्यकर्ताओं और राज ठाकरे के बीच एक मजबूत भावनात्मक संबंध है, जो समय के साथ और भी मजबूत होता जा रहा है.
गुरुवार को हुए इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि मनसे पार्टी केवल एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि एक परिवार है, जो अपने नेता के साथ हर कदम पर खड़ा है.
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