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14 साल की बच्ची बनी मां, हॉस्पिटल में हुआ रेप का खुलासा

Updated on: 31 July, 2025 08:31 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

परिवार वालों को इसकी जानकारी होने के बावजूद, लोक-लाज के डर से उन्होंने शिकायत नहीं की. गर्भपात से माँ और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता है.

प्रतीकात्मक चित्र (सौजन्य: मिड-डे)

प्रतीकात्मक चित्र (सौजन्य: मिड-डे)

रांची के सदर अस्पताल में 14 साल की एक अविवाहित लड़की ने एक बच्चे को जन्म दिया. प्रसव के बाद लड़की ने महीनों पहले गाँव के ही एक लड़के द्वारा किए गए बलात्कार की बात बताई. पीड़िता ने बताया कि स्कूल से लौटते समय लड़के ने उसे अकेला देखकर बलात्कार किया और धमकी दी. परिवार वालों को इसकी जानकारी होने के बावजूद, लोक-लाज के डर से उन्होंने शिकायत नहीं की. गर्भपात से माँ और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता है. इसीलिए उन्होंने अपनी नाबालिग बेटी को जन्म देने का फैसला किया और घर से दूर रांची आकर सदर अस्पताल में प्रसव कराया.

रविवार को रांची के सदर अस्पताल में 14 साल की एक अविवाहित लड़की ने एक बच्चे को जन्म दिया. लड़की के प्रसव की इस घटना के साथ ही, महीनों पहले गाँव में उसके साथ हुए बलात्कार की घटना भी सामने आई है. लड़की के सुरक्षित प्रसव के बाद, सदर अस्पताल ने पुलिस को इसकी सूचना दी. इसके बाद रांची के लोअर बाजार थाने की पुलिस ने किशोरी के बयान पर बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज कर मामला गुमला के बसिया थाने को सौंप दिया. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब वह गाँव में स्कूल से लौट रही थी, तो एक युवक ने उसे सुनसान जगह पर अकेला देखकर उसके साथ बलात्कार किया. उसने उसे धमकी भी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया, तो वह उसे जान से मार देगा. डर के मारे उसने घटना के बारे में किसी को नहीं बताया.


करीब पाँच महीने बाद जब पीड़िता के शरीर में बदलाव नज़र आए, तो परिवार वालों ने डॉक्टर से उसकी जाँच कराई. इसके बाद पीड़िता ने घटना की पूरी जानकारी परिवार वालों को दी. लोक-लाज के डर से परिवार वाले भी चुप रहे. पाँच महीने के बाद गर्भपात कराना माँ और बच्चे दोनों के जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है. इसलिए उन्होंने अपनी नाबालिग बेटी को जन्म देने का फैसला किया और घर से दूर रांची आकर सदर अस्पताल में प्रसव कराया.लड़की के माता-पिता ने बताया कि डर और सामाजिक कलंक के कारण, लड़की के गर्भवती होने की जानकारी होने के बाद भी उन्होंने बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई. सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि लड़की ने नौ महीने बाद एक बच्चे को जन्म दिया.


फ़िलहाल, लड़की स्वस्थ है और माँ-बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक उपचार और स्वास्थ्य सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं. मामला सामने आने के बाद, कई स्वयंसेवी संगठन भी लड़की के साथ आगे आए हैं और उसके साथ बलात्कार करने वाले आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं. फ़िलहाल, नवजात शिशु और नाबालिग पीड़िता डॉक्टरों की निगरानी में हैं.


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