Updated on: 26 July, 2025 12:27 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार को एक सरकारी स्कूल की छत ढह गई, जिससे 7 बच्चों की मौत हो गई और 9 गंभीर रूप से घायल हो गए.
X/Pics, Rahul Gandhi
राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक स्थित पिपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया. सरकारी स्कूल की छत ढहने से सात बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के वक्त सभी बच्चे कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे.
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प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, स्कूल की बिल्डिंग कई साल पुरानी और जर्जर स्थिति में थी. स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन और क्षेत्रीय अधिकारियों को इस भवन की खराब स्थिति की जानकारी पहले से थी, बावजूद इसके मरम्मत का कोई इंतजाम नहीं किया गया. हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग, शिक्षक और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. कुछ बच्चों की हालत अब भी नाजुक बताई जा रही है.
इस घटना को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गहरी संवेदना जताई है. उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की छत गिरने से कई मासूम बच्चों की मौत और कई अन्य का घायल होना बेहद दुखद और चिंताजनक है." उन्होंने आगे लिखा कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जर्जर स्कूल की शिकायतें सरकार तक पहले ही पहुंच चुकी थीं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज किया गया, जिससे इतने मासूमों की जान गई.
राजस्थान के झालावाड़ में सरकारी स्कूल की छत गिरने से कई मासूम बच्चों की मौत और कई अन्य का घायल होना बेहद दुखद और चिंताजनक है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 25, 2025
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जर्जर स्कूलों की शिकायतों को सरकार ने अनदेखा किया, जिसके कारण इन मासूमों की जान गई है। इनमें से अधिकांश बच्चे बहुजन समाज के…
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मृतकों में अधिकांश बच्चे बहुजन समाज से आते हैं और उन्होंने सवाल उठाया — "क्या भाजपा सरकार के लिए उनकी जान की कोई कीमत नहीं है?" उन्होंने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
इस हादसे ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था और सरकारी इमारतों की दशा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और राज्य सरकार से तुरंत कदम उठाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी कोई और दुखद घटना न हो.
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