Updated on: 24 December, 2024 11:30 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नितेश राणे को नाशिक में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान एक किसान ने मंच पर चढ़कर प्याज की माला पहना दी.
घटना के बाद, नितेश राणे ने कहा कि वह किसानों की परेशानियों को समझते हैं और सरकार उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नितेश राणे के साथ सोमवार को नाशिक में एक अनोखी घटना हुई. एक किसान ने एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर पहुंचकर उन्हें प्याज की माला पहना दी. इस घटना से कार्यक्रम में हड़कंप मच गया और बाद में किसान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
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क्या है मामला?
नाशिक, जो कि महाराष्ट्र में कृषि उत्पादों का प्रमुख केंद्र है, हाल के दिनों में प्याज के गिरते दामों को लेकर किसानों की परेशानियों का केंद्र बना हुआ है. किसान अपनी उपज की सही कीमत न मिलने से नाराज हैं और सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.
इसी बीच, नितेश राणे एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. जैसे ही वह मंच पर पहुंचे, एक किसान ने मंच पर जाकर प्याज की माला उनके गले में डाल दी. यह घटना किसानों की नाराजगी और अपनी समस्याओं को व्यक्त करने के लिए एक प्रतीकात्मक विरोध के रूप में देखी जा रही है.
पुलिस ने किसान को हिरासत में लिया
प्याज की माला पहनाने वाले किसान को तुरंत पुलिस ने हिरासत में ले लिया. घटना के तुरंत बाद, कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई. किसान की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और पूछताछ कर रही है कि किसान ने यह कदम क्यों उठाया.
किसानों की नाराजगी और राजनीतिक प्रतिक्रिया
प्याज की गिरती कीमतों को लेकर महाराष्ट्र के किसान लंबे समय से नाराज हैं. किसान संगठनों का आरोप है कि सरकार उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है. इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरते हुए इसे किसानों की नाराजगी का परिणाम बताया.
कांग्रेस और एनसीपी ने इसे सरकार की विफलता बताते हुए किसानों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की अपील की है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि किसान अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी आवाज सुनने में असफल रही है.
मंत्री राणे की प्रतिक्रिया
घटना के बाद, नितेश राणे ने कहा कि वह किसानों की परेशानियों को समझते हैं और सरकार उनकी मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने इस घटना को किसानों की भावनाओं का प्रतीक बताया और कहा कि सरकार किसानों के हित में कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है.
यह घटना महाराष्ट्र में किसानों की स्थिति और सरकार पर उनके बढ़ते दबाव को उजागर करती है. अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है.
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