Updated on: 11 August, 2024 04:22 PM IST | mumbai 
                                                    
                            Hindi Mid-day Online Correspondent                             
                                   
                    
Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आदानी की ऑफशोर संस्थाओं में सेबी अध्यक्ष की कथित हिम्मेदारी को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में निष्पक्ष जांच के लिए अपने पद से इस्तीफा देना होगा.
                पीएम मोदी पर आप नेता संजय सिंह ने साधा निशाना.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आदानी की ऑफशोर संस्थाओं में सेबी अध्यक्ष की कथित हिम्मेदारी को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले में निष्पक्ष जांच के लिए अपने पद से इस्तीफा देना होगा.
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आप नेता संजय सिंह ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अडानी मामले को लेकर सेबी अध्यक्ष की जांच का कोई मतलब नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अडानी घोटाले में देश के आम लोगों के 8 लाख 50 हजार करोड़ रुपये डूबे हैं. जब तक नरेंद्र मोदी सत्ता में हैं, मामले की जांच निष्पक्ष नहीं हो सकती है.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी में अगर थोड़ी सी भी नैतिकता है तो अपने पद से इस्तीफा दें. साथ ही इस मामले की जांच के लिए जेसीपी बनाई जाए. ‘आप’ नेता ने नए आरोपों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराने का भी आग्रह किया. आप नेता ने कहा कि नए आरोपों की निगरानी में जांच कराई जाए. साथ ही पहले दायर की गई रिपोर्ट निराधार थी, इसमें सच्चाई छिपाई गई थी.
संजय सिंह ने दावा किया हिंडनबर्ग की 18 महीने पहले पिछली रिपोर्ट में बताया गया था कि गौतम अडानी ने मनी लॉन्ड्रिंग करके हजारों करोड़ रुपये मॉरीशस में फर्जी कंपनियां बनाकर लगाए गए थे. इन्ही कंपनियों के शेयर को ओवरवैल्यू किया गया. इसके बाद 8 लाख 50 हजार रुपये डूब गए जो, इनके नहीं देश आम लोगों के थे.
नेता संजय सिंह ने कहा कि हिंडनबर्ग की पिछली रिपोर्ट के आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को इस मामले में जांच का आदेश दिया था. सेबी ने मई 2023 में कोर्ट को बताया, यह एक दिशाहीन जांच है. सेबी और उसके अध्यक्ष ने कोर्ट में यह क्यों बोला कि इसका खुलासा हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में हुआ है. अब रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सेबी की प्रमुख माधवी बुच और उनके पति धवल बुच 10 मिलियन डॉलर की उन्हीं कंपनियों में लगाए जिसकी सेबी को जांच करनी थी.
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