Updated on: 19 November, 2024 09:58 AM IST | Mumbai
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर नागपुर के कटोल क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान पथराव हुआ, जिससे उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और उन्हें सिर में गंभीर चोट आई.
हमले के बाद अनिल देशमुख की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. उनके समर्थकों और एनसीपी नेताओं ने इस हमले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों को सख्त सजा की मांग की है.
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और एनसीपी (शरद पवार गुट) के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख पर सोमवार रात नागपुर के कटोल विधानसभा क्षेत्र में बड़ा हमला हुआ. उनकी गाड़ी पर भारी पथराव किया गया, जिससे गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और खुद देशमुख को सिर में पत्थर लगने से गंभीर चोट आई. यह हमला तब हुआ जब वे क्षेत्र में चुनाव प्रचार खत्म करके लौट रहे थे.
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चुनाव प्रचार के दौरान हुआ हमला
अनिल देशमुख, जो कटोल सीट पर पांच बार विधायक रह चुके हैं, इस बार खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. उन्होंने महाविकास आघाड़ी (एमवीए) की ओर से अपने बेटे सलिल देशमुख को उम्मीदवार बनाया है. चुनाव प्रचार में पूरी तरह जुटे अनिल देशमुख ने बेटे के पक्ष में दिन-रात प्रचार किया. पथराव की घटना प्रचार खत्म करने के तुरंत बाद वापसी के दौरान हुई.
संजय राउत का बयान: "यह राजनीतिक हमला है"
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म `एक्स` पर एक वीडियो पोस्ट कर इसे राजनीतिक हमला करार दिया. राउत ने लिखा, "गृह मंत्री फडणवीस के नागपुर में पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर हमला हुआ. फडणवीस की इस पर क्या प्रतिक्रिया है? यह सीधे-सीधे राजनीतिक हत्या का प्रयास है. मुंबई में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या होती है और नागपुर में अनिल देशमुख पर हमला. शर्म करो! शर्म करो!"
गृहमंत्री फडणवीस यांच्या नागपुरात माजी गृहमंत्री अनिल देशमुख यांच्यावर भ्याड खुनी हल्ला झाला.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 18, 2024
फडणवीस आपली यावर काय प्रतिक्रिया आहे?
हा राजकीयहल्ला आहे.मुंबईत माजी मंत्री बाबा सिद्दीकी यांची हत्या होते आणि नागपुरात माजी गृह मंत्र्याला ठार मारण्याचा प्रयत्न होतो.
शेम! शेम!
pic.twitter.com/zgEi7pJuOw
कटोल सीट का महत्व और अनिल देशमुख की सक्रियता
कटोल विधानसभा सीट, जहां यह हमला हुआ, महाराष्ट्र की राजनीति में अहम मानी जाती है. यहां से अनिल देशमुख पांच बार चुनाव जीत चुके हैं और क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है. इस बार उन्होंने बेटे सलिल देशमुख को मैदान में उतारा है, लेकिन वह खुद सक्रिय रहकर प्रचार की कमान संभाले हुए हैं.
पुलिस जांच और सुरक्षा पर सवाल
हमले के बाद अनिल देशमुख की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. उनके समर्थकों और एनसीपी नेताओं ने इस हमले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों को सख्त सजा की मांग की है. नागपुर पुलिस ने मामले में प्राथमिक जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है.
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