Updated on: 18 October, 2024 12:50 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र चुनाव 2024 के लिए प्रदेश कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने मतदाताओं को मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति की मांग की है.
Sachin Sawant. Pic/Sayyed Sameer Abedi
प्रदेश कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने महाराष्ट्र चुनाव 2024 के लिए मांग की है कि मतदाताओं को मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति दी जाए. उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध की वजह से कई मतदाता मतदान नहीं कर पा रहे हैं. यह प्रतिबंध उन प्रमुख कारणों में से एक है, जिससे लोग मतदान करने से कतराते हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
सचिन सावंत ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किए अपने बयान में कहा कि मतदाताओं को मतदान केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन रखने की सुविधा मिलनी चाहिए या फिर सुरक्षा कर्मियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके फोन सुरक्षित रहें. उन्होंने बताया कि एमसीजीएम कमिश्नर भूषण गगरानी ने आदेश जारी किया है कि मतदान केंद्रों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक रहेगी. इस आदेश के तहत, मतदाताओं को अपना मोबाइल या तो सुरक्षा गार्ड के पास रखना होगा या घर पर छोड़कर आना होगा.
सचिन सावंत ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान यह एक बड़ी समस्या बनी थी. कई मतदाता सिर्फ इसलिए बिना वोट डाले लौट गए क्योंकि सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं दी थी. इसके अलावा, आदेशों में स्पष्टता की कमी के कारण भी कई मतदाता असमंजस में पड़ गए और मतदान नहीं किया.
Bhushan Gagrani, the MCGM commissioner, has issued an order prohibiting the use of cell phones within the polling station. The voter must either give it to the security guard or keep it at home. During the Loksabha election, this was a major problem because many voters left…
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) October 18, 2024
उन्होंने कहा कि इस समस्या का हल निकालने की जरूरत है ताकि लोकतंत्र मजबूत हो सके और मतदान के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ सके. या तो मतदाताओं को मोबाइल फोन साथ ले जाने की अनुमति दी जाए या फिर मतदान केंद्र पर तैनात सुरक्षा कर्मी यह सुनिश्चित करें कि मतदाताओं के फोन सुरक्षित रहें. सरकारी कर्मचारियों को भी इस बारे में स्पष्ट निर्देश दिए जाने चाहिए ताकि मतदाता किसी तरह की परेशानी या संदेह में न पड़ें और मतदान प्रक्रिया में आसानी से भाग ले सकें.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT