Updated on: 22 June, 2025 01:22 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं होंगे.
X/Pics, Tejashwi Yadav
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियाँ तेज़ हो रही हैं और इस बीच राज्य की राजनीतिक हलचल भी बढ़ी है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर एक बड़ा बयान दिया. तेजस्वी ने ANI को दिए इंटरव्यू में कहा कि बिहार के लोग यह जानते हैं कि आगामी चुनाव के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं होंगे. उनका यह बयान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस कथन को आधार बनाता है, जिसमें शाह ने स्पष्ट किया था कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री का नाम साथ लिया जाएगा, लेकिन चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह अभी तय नहीं है.
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#WATCH | पटना: राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "निश्चित तौर पर बिहार के लोग जानते हैं कि चुनाव के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं बनेंगे और यह अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया है, एक नहीं कई बार उन्होंने कहा है कि अभी चुनाव है तो मुख्यमंत्री को साथ लेकर चलेंगे लेकिन चुनाव के… pic.twitter.com/edzuTnn112
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 21, 2025
तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर भी हमला किया. उनका कहना था कि भाजपा ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को पूरी तरह से हाईजैक कर लिया है. उन्होंने विशेष रूप से जदयू नेता संजय झा का नाम लिया और आरोप लगाया कि संजय झा दरअसल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के आदमी हैं और वे पहले भाजपा नेता अरुण जेटली के कोटे से जदयू में आए थे. तेजस्वी के अनुसार, अब संजय झा की भूमिका जदयू में महत्वपूर्ण हो गई है.
राजद नेता ने यह भी कहा कि भाजपा का पूरा नियंत्रण जदयू पर है और पार्टी के टिकट बंटवारे का अधिकार अब अमित शाह के पास है, न कि नीतीश कुमार के पास. उनका यह बयान यह संकेत करता है कि जदयू के भीतर भाजपा का प्रभाव इस हद तक बढ़ चुका है कि नीतीश कुमार अब पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में शामिल नहीं हैं. तेजस्वी ने दावा किया कि भाजपा ने जदयू में अपनी पकड़ इतनी मजबूत कर ली है कि नीतीश कुमार के पास अब कोई खास अधिकार नहीं है.
बिहार चुनाव पर असर
तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है. भाजपा और महागठबंधन के बीच आगामी चुनाव को लेकर तनाव बढ़ने के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो सकता है. तेजस्वी का यह बयान नीतीश कुमार और भाजपा के रिश्तों में खटास का संकेत देता है, जो आगामी चुनावों में और भी स्पष्ट हो सकता है.
बिहार में महागठबंधन और भाजपा के बीच चुनावी संघर्ष अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है. तेजस्वी यादव के बयान से यह स्पष्ट होता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू के गठबंधन को लेकर स्थिति और भी उलझ सकती है. बिहार की राजनीति में अभी से ही चुनावी हवा का रुख बदलता हुआ नजर आ रहा है.
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