Updated on: 27 August, 2024 03:11 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
वह रांची में आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल होंगे.
छवि: पीटीआई
झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होंगे. असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार रात सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि चंपई सोरेन ने कुछ समय पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. वह रांची में आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल होंगे.
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झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के प्रमुख आदिवासी नेता चंपई करीब 5 महीने तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे. मौजूदा सीएम हेमंत सोरेन जब जमीन घोटाला मामले में जेल गये तो उन्होंने चंपई को जिम्मेदारी सौंपी. जुलाई में जेल से रिहा होने के बाद चंपई ने पद से इस्तीफा दे दिया था. 31 जनवरी को सीएम पद संभालने वाले चंपई ने 3 जुलाई को इस्तीफा दे दिया था.
अगस्त में चंपई ने एक पत्र के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तरीके को स्वाभिमान का अपमान बताया. चंपई सोरेन झामुमो के वरिष्ठ नेता हैं. झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में इसे कोल्हान टाइगर कहा जाता है. कोल्हान की 14 विधानसभा सीटों पर चंपई का प्रभाव है. फिलहाल झामुमो के पास कोई ऐसा नेता नहीं है जो चंपई की बराबरी कर सके. जब हेमंत सोरेन जमीन घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल गए तो चंपई को सीएम बनाया गया था. चंपई की मौजूदगी में बीजेपी कोल्हान की 14 विधानसभा सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत कर सकती है.
गौरतलब है कि इससे पहले 18 अगस्त को चंपई सोरेन अचानक कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से दिल्ली पहुंच गये थे. भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ``मैं जहां हूं वहीं रहूंगा.`` कुछ देर बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, `जेएमएम में कुर्सी से हटाकर उनका अपमान किया गया है. अब तीन ही विकल्प बचे हैं. क्या मुझे रिटायर हो जाना चाहिए, नया संगठन बनाना चाहिए या किसी और के साथ चला जाना चाहिए?”
जब चंपई एक के बाद एक घोषणाएं कर रहे थे तो झामुमो में हड़कंप मच गया. इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पार्टी की एकजुटता दिखाई. जिन विधायकों के बारे में कहा जा रहा था कि वे चंपई सोरेन के साथ हैं, वे अचानक एक-एक कर सीएम हाउस पहुंच गये. यहां उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से करीब 3 घंटे तक मुलाकात की. इसके बाद विधायकों ने कहा- हम मजबूती से सीएम हेमंत सोरेन के साथ थे, हैं और रहेंगे. झामुमो छोड़ने के बाद कहीं जाना नहीं है.
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