Updated on: 28 May, 2025 03:56 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
शुक्रवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सशस्त्र बलों के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें राज्य में अपने अभियान चलाने में किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा.
फ़ाइल चित्र
शुक्रवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सशस्त्र बलों के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें राज्य में अपने अभियान चलाने में किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार गांधीनगर में सीएम के साथ बैठक में भाग लेने के बाद, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि अधिकारियों का उद्देश्य सरकारी विभागों और गुजरात में कार्यरत सशस्त्र और अर्धसैनिक बलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना है.
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रिपोर्ट के मुताबिक बैठक के दौरान पटेल ने नागरिकों की ओर से सशस्त्र बलों को धन्यवाद दिया. बैठक से बाहर आने के बाद संघवी ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने सभी विभागों के काम की समीक्षा भी की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसे महत्वपूर्ण समय में बलों को किसी भी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े.
यह बैठक 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के बाद आयोजित की गई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. रिपोर्ट के मुताबिक ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में सशस्त्र बलों ने नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था.
गुजरात सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कच्छ, बनासकांठा, पाटन और जामनगर जिले, जो या तो पाकिस्तान के साथ भूमि सीमा साझा करते हैं या भूमि या समुद्री सीमा के करीब हैं, को हाई अलर्ट पर रखा गया है. रिपोर्ट के अनुसार बैठक के दौरान, सीएम ने सीमावर्ती गांवों में निकासी की तैयारियों, नागरिक सुरक्षा गतिविधियों, स्वास्थ्य सेवाओं और आपातकालीन स्थिति में संचार नेटवर्क के रखरखाव की समीक्षा की.
पटेल ने अधिकारियों को सभी जिलों में नियंत्रण कक्षों और आपातकालीन संचालन केंद्रों के निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों को आपातकालीन स्थिति में सैटेलाइट फोन जैसे संचार के वैकल्पिक साधनों की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया. रिपोर्ट के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पटेल ने अधिकारियों से एहतियात के तौर पर पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुओं और ईंधन का भंडारण करने को कहा है ताकि नागरिकों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े.
उन्होंने सशस्त्र बलों से यह भी कहा कि राज्य सरकार उन्हें जल्द से जल्द सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी. जनता से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अफवाहों पर विश्वास न करने और जिला अधिकारियों द्वारा साझा की गई जानकारी पर भरोसा करने का आग्रह किया, क्योंकि इंटरनेट पर फर्जी खबरें और गलत सूचनाएं बहुत अधिक हैं.
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि पुलिस और सीमावर्ती जिलों के कलेक्टरों सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ कर्मचारियों के अलावा सेना, नौसेना, वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल और तटरक्षक बल के अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए. भारत ने गुरुवार रात को जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और कुछ अन्य स्थानों पर मिसाइलों और ड्रोन से सैन्य ठिकानों पर हमला करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिश को नाकाम कर दिया.
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