Updated on: 21 February, 2024 10:34 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की मौजूदगी में प्रतिबंधित पदार्थ को नष्ट कर दिया गया है.
रिप्रेजेंटेटिव इमेज/फ़ाइल
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को अपने नशा-विरोधी अभियान `नशा मुक्त भारत अभियान` के तहत एक अभियान में 1,600 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ को नष्ट कर दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की मौजूदगी में प्रतिबंधित पदार्थ को नष्ट कर दिया गया है.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त संजय भाटिया ने कहा, "आज दिल्ली के उपराज्यपाल की उपस्थिति में, अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1,600 करोड़ रुपये मूल्य की 10631.745 किलोग्राम अवैध दवाओं को एसएसआई औद्योगिक क्षेत्र, जीटी करनाल रोड, जहांगीरपुरी के पास, दिल्ली में स्थित भस्मक में प्रक्रिया के अनुसार नष्ट कर दिया गया".
केंद्रीय वित्त मंत्रालय की अधिसूचना और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, ड्रग तस्करों से बरामद अवैध दवाओं को नष्ट करने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा विभिन्न समितियों का गठन किया गया था.
नष्ट किया गया प्रतिबंधित पदार्थ 2009 से 2023 तक नशीली दवाओं के मामलों में जब्ती से आया था. संजय भाटिया ने कहा, "नष्ट की गई अवैध दवाओं में गांजा, हेरोइन, चरस, कोकीन, डोडा पोस्ट और साइकोट्रोपिक पदार्थ प्रमुख थे. भविष्य में भी अवैध दवाओं को नष्ट करने की प्रक्रिया इसी तरह जारी रहेगी." वीके सक्सेना ने नशीले पदार्थों के विनाश की सराहना की और इस कदम को ड्रग्स मुक्त भारत की दिशा में एक कदम बताया.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "2009 और 2023 के बीच राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस द्वारा जब्त की गई 1600 करोड़ रुपये की 10 टन से अधिक दवाओं और प्रतिबंधित सामग्री को नष्ट करने की कार्रवाई शुरू करें." उन्होंने आगे कहा "यह पीएम नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार `नशा मुक्त भारत` बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. यह केवल 14 महीनों में दिल्ली में नष्ट की जाने वाली दवाओं की तीसरी खेप है. इससे पहले दिसंबर 2022 में 2888 किलोग्राम और जून 2023 में 15,700 किलोग्राम टन.”
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