Updated on: 11 March, 2025 06:55 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
सोना तोलने वाली मशीनें भी ऑर्डर की गई थीं. यह छापेमारी 2100 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है.
कल अपने घर पर भूपेश बघेल और उनकी पत्नी.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने कल सुबह छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर छापा मारा और कुल 14 ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है. दोपहर में अधिकारियों ने नोट गिनने के लिए मशीनें बुलाईं. सोना तोलने वाली मशीनें भी ऑर्डर की गई थीं. यह छापेमारी 2100 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है.
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सुबह एक साथ चार कारों में अधिकारियों की टीम घर पहुंची और अधिकारी बघेल के परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रहे हैं. अधिकारियों ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के घर से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और दस्तावेज जब्त किए हैं. चैतन्य बघेल को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. छापेमारी के बाद बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता बघेल के घर के पास जमा हो गए. पुलिस ने इस इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है.
चैतन्य बघेल का नाम इससे पहले छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में भी सामने आया था. मई 2024 में ईडी ने घोटाले में शामिल आरोपियों की कुल 179 संपत्तियां जब्त कीं. इन संपत्तियों की कुल कीमत 205.49 करोड़ रुपये थी. छत्तीसगढ़ के बीजेपी शहरी प्रशासन मंत्री अरुण साव ने कहा, ``जब भी ऐसी किसी घटना की चर्चा होती है तो कांग्रेस हमेशा यही आरोप लगाती है. लेकिन इस बात से कैसे इनकार किया जा सकता है कि भूपेश बघेल के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए थे? शराब घोटाले में उनके करीबी अधिकारी और तत्कालीन आबकारी मंत्री भी शामिल हैं. ईडी की कार्यवाही लंबे समय से चल रही है.``
उन्होंने कहा, ``कांग्रेस अपनी पार्टी और अपने मंत्रियों के बचाव के लिए कुछ भी कर सकती है.`` यह सच है और इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि बघेल सरकार में कोई बड़ा घोटाला हुआ है और इसकी जांच हो रही है? ईडी ने जांच के तहत पूछताछ शुरू कर दी है और अभी तक अदालत ने किसी भी मामले को रद्द नहीं किया है.``
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