Updated on: 10 June, 2025 04:41 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
कटरा में पीएम मोदी द्वारा वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन करने के बाद अब फारूक अब्दुल्ला के लिए वंदे भारत में सवार होने का समय आ गया है.
कटरा में वंदे भारत ट्रेन. तस्वीर/पीटीआई
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण घाटी में मची तबाही के कुछ ही दिनों बाद पुल और ट्रेनों के रूप में उम्मीद की एक नई किरण लोगों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आई है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार कटरा में पीएम मोदी द्वारा वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन करने के बाद अब जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के लिए वंदे भारत ट्रेन में सवार होने का समय आ गया है.
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रिपोर्ट के मुताबिक वरिष्ठ नेता ने श्रीनगर के नौगाम रेलवे स्टेशन से कटरा तक वंदे भारत ट्रेन में सफर किया. नौगाम रेलवे स्टेशन उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेलवे लिंक (USBRL) परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो कश्मीर को जम्मू क्षेत्र और शेष भारत से जोड़ता है. मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि यह ट्रेन जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए वरदान है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस ट्रेन से जम्मू-कश्मीर के लोगों और पर्यटकों को काफी फायदा होगा.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि मैं कटरा जाने वाली इस ट्रेन से यात्रा कर रहा हूं. यह हमारे लिए बहुत बड़ा आशीर्वाद है और इससे पर्यटकों को बहुत लाभ होने वाला है. सड़क मार्ग से यात्रा करना मुश्किल है और हवाई यात्रा के लिए कीमतें बहुत अधिक हैं. इस ट्रेन से हमें बहुत लाभ होने वाला है." रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून को कटरा रेलवे स्टेशन से जम्मू संभाग को कश्मीर से सीधे जोड़ने वाली दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी. नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन कटरा और श्रीनगर के बीच यात्रा करने में लगभग तीन घंटे का समय लेगी, जिससे मौजूदा यात्रा समय में दो से तीन घंटे की कमी आएगी. इन ट्रेनों को विशेष रूप से कश्मीर घाटी की ठंडी जलवायु परिस्थितियों में चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह ट्रेन अंजी खाद पुल से होकर गुजरेगी, जो भारत का पहला केबल-स्टेड रेलवे पुल है और चेनाब पुल, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है. दो वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन करने के अलावा, प्रधानमंत्री ने जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज - `चिनाब रेलवे ब्रिज` और भारत के पहले केबल-स्टेड `अंजी ब्रिज` का भी उद्घाटन किया.
यह जम्मू और कश्मीर की रेलवे कनेक्टिविटी में एक प्रमुख मील का पत्थर है. रिपोर्ट के मुताबिक ये सभी परियोजनाएँ महत्वाकांक्षी उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा हैं. USBRL परियोजना 272 किलोमीटर लंबी है, जिसे लगभग 43,780 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, और इसमें 36 सुरंगें (119 किलोमीटर तक फैली हुई) और 943 पुल शामिल हैं. यह परियोजना कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच सभी मौसमों में निर्बाध रेल संपर्क स्थापित करती है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय गतिशीलता को बदलना और सामाजिक-आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना है.
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