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राजकोट में पिता ने की बेटे की गोली मारकर हत्या, कहा- `मुझे कोई पछतावा नहीं`

Updated on: 11 March, 2025 07:40 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

हाल ही में बोरिचा दोबारा शादी करना चाहता था, जिसका उसके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों ने विरोध किया था.

प्रतीकात्मक छवि (सौजन्य: मिड-डे)

प्रतीकात्मक छवि (सौजन्य: मिड-डे)

राजकोट जिले के जसदण में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. 76 साल के राम बोरिचा ने अपने 52 साल के बेटे प्रताप की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक बोरिचा विधुर था और उसकी पत्नी की 20 साल पहले मौत हो गई थी. हाल ही में बोरिचा दोबारा शादी करना चाहता था, जिसका उसके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों ने विरोध किया था. 

जसदान पुलिस स्टेशन के एक जांच अधिकारी तपन जानी ने कहा, उनके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों ने इस विचार का विरोध किया और कहा कि बोरिचा की दूसरी शादी से परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान होगा. शिकायत के मुताबिक, रविवार सुबह राम बोरिचा और प्रताप के बीच झगड़ा हुआ था. जया ने बताया कि रविवार को वह पति प्रताप और बेटे जयदीप के साथ घर पर मौजूद थीं. जयदीप दूध लेने के लिए बाहर चला गया और जया अपने ससुर के लिए चाय देने के लिए अपने कमरे में चली गई. वह अपने घर के हॉल में लौट रही थी तभी गोली चलने की आवाज आई. 


जया ने कहा कि उसने अपने पति की चीखें सुनीं और हॉल की ओर भागी, जिसका दरवाजा बंद था. तभी एक और गोली चलने की आवाज सुनाई दी. जया ने कहा कि जब राम बोरिचा ने दरवाजा खोला तो वह भी पिस्तौल लेकर उसके पीछे दौड़ा और उसे मार डाला. हालांकि, जया घबरा गईं और भाग गईं और दोनों घरों को जोड़ने वाला दरवाजा बंद कर दिया. 


कुछ देर बाद जयदीप घर लौटता है और जया उसे पूरी घटना बताती है. जब जयदीप राम बोरिचा के कमरे में पहुंचा तो उसने अपने पिता को खून से लथपथ देखा. बोरिचा अपने बेटे के शव के पास एक कुर्सी पर चुपचाप बैठ गया. प्रताप को तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जया ने पुलिस को बताया कि उसके ससुर राम बोरिचा ने बार-बार उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी. 

वह हमेशा पिस्तौल लहराता था और उसकी दूसरी शादी का विरोध करने वाले को गोली मारने की धमकी देता था. घटना के बाद पुलिस ने बोरिचा की पिस्तौल जब्त कर ली है और इस बात की जांच की जा रही है कि उसके पास उस पिस्तौल का लाइसेंस है या नहीं. बोरिचा ने थाने में बताया कि उसे हत्या का कोई अफसोस नहीं है. उसने पुलिस को बताया, "मेरा बेटा मुझे परेशान कर रहा था." राम बोरिचा पहले जीएसआरटीसी (गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम) में कार्यरत थे और उनका बेटा प्रताप खेती करता था. पुलिस ने पूरी घटना की आगे की जांच की है.


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