Updated on: 10 December, 2024 08:48 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत के पूर्व विदेश मंत्री एस एम कृष्णा का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया. अपने घर पर अंतिम सांस लेने वाले कृष्णा लंबे समय से बीमार थे.
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कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ राजनेता एस एम कृष्णा का 92 वर्ष की आयु में उनके आवास पर निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे थे. उनके निधन की खबर से कर्नाटक सहित पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है.
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राजनीतिक सफर की महत्वपूर्ण झलक
एस एम कृष्णा भारतीय राजनीति के उन चुनिंदा नेताओं में से एक थे जिन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कई अहम पदों पर कार्य किया. वह 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे और उनके नेतृत्व में राज्य ने कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाएं देखीं. कृष्णा को विशेष रूप से बेंगलुरु को `आईटी हब` के रूप में स्थापित करने के लिए याद किया जाएगा.
उनका राजनीतिक सफर केवल राज्य तक सीमित नहीं रहा. उन्होंने केंद्र सरकार में भी अहम भूमिका निभाई. 2009 से 2012 तक, वे भारत के विदेश मंत्री रहे, जहां उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत की विदेश नीति को मजबूती से प्रस्तुत किया. उनकी दूरदर्शिता और कुशल कूटनीति ने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
व्यक्तिगत जीवन
एस एम कृष्णा का जन्म 6 मई 1932 को कर्नाटक के मांड्या जिले में हुआ था. उन्होंने कानून की पढ़ाई अमेरिका के जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से की थी. सार्वजनिक जीवन में अपनी सरलता और स्पष्टवादी दृष्टिकोण के लिए वे जनता के बीच बेहद लोकप्रिय थे.
राजनीति से 2017 में सेवानिवृत्ति लेने के बाद भी वे राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखते थे. उनके निधन को भारतीय राजनीति में एक युग के अंत के रूप में देखा जा रहा है.
राष्ट्रव्यापी शोक
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित कई प्रमुख नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. कर्नाटक में राज्य सरकार ने उनके सम्मान में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. एस एम कृष्णा की सादगी, विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और राजनीतिक कौशल उन्हें हमेशा देश की स्मृतियों में जीवित रखेगा.
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