Updated on: 10 October, 2024 08:35 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अधिसूचना में यह भी उल्लेख किया गया है कि दिन के दौरान कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा.
शुभचिंतक और गणमान्य व्यक्ति दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए राष्ट्रीय प्रदर्शन कला केंद्र पहुंचे। रतन टाटा का बुधवार देर रात 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया. तस्वीर/ शादाब खान
गुजरात सरकार ने रतन टाटा के सम्मान में गुरुवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की, जिनका बुधवार रात मुंबई में निधन हो गया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार द्वारा गुरुवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, गुजरात राज्य भर में सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. अधिसूचना में यह भी उल्लेख किया गया है कि दिन के दौरान कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मुंबई पहुंचे और टाटा को पुष्पांजलि अर्पित की, जिनके पार्थिव शरीर को गुरुवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक लोगों के अंतिम दर्शन के लिए शहर के राष्ट्रीय प्रदर्शन कला केंद्र में रखा गया था.
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रिपोर्ट के मुताबिक पटेल ने एक बयान में रतन टाटा के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने अपना `रत्न` खो दिया है और उनके निधन से एक ऐसा शून्य पैदा हो गया है जिसे कभी नहीं भरा जा सकता. उन्हें "विनम्रता और ईमानदारी का सच्चा प्रतीक" बताते हुए सीएम भूपेंद्र ने कहा कि रतन टाटा की समाज को वापस देने की विरासत उनके आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर कई पोस्ट में कहा कि वह रतन टाटा के निधन से "बेहद दुखी" हैं, "वह “एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे”. पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "उनके निधन से बेहद दुखी हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और उनके प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति."
इससे पहले आज, महाराष्ट्र सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की और कहा कि अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा .महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट ने केंद्र सरकार से रतन टाटा को मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, सम्मानित भारत रत्न से सम्मानित करने का भी आग्रह किया.
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