Updated on: 08 June, 2025 01:28 PM IST | Mumbai
रुद्रप्रयाग में केदारनाथ जा रहे 7 लोग सवार हेलीकॉप्टर ने इमरजेंसी लैंडिंग की, जिससे हाईवे पर एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया.
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उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक हेलीकॉप्टर द्वारा हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग की घटना सामने आई है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा व्यवस्था और हेलीकॉप्टर संचालन के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करती है. क्रेस्टेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ जा रहा था, जब उसे तकनीकी कारणों के चलते रुद्रप्रयाग के पास हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. यह घटना स्थानीय हाईवे पर एक वाहन के क्षतिग्रस्त होने का कारण बनी, हालांकि राहत की बात यह है कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई.
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इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि हेलीकॉप्टर ने हाईवे पर लैंडिंग की, जिससे सड़क पर एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया. यह घटना उस वक्त हुई जब हेलीकॉप्टर का पायलट इमरजेंसी लैंडिंग के लिए कोई सुरक्षित जगह तलाश रहा था. जबकि पायलट ने यह लैंडिंग बेहद सावधानी से की, एक वाहन हाईवे पर मौजूद था, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सौभाग्यवश, हादसे में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ और सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहे.
A private helicopter en route to #KedarnathDham makes an emergency landing in Guptkashi of Rudraprayag due to a technical fault.
— Dipankar Kumar Das (@titu_dipankar) June 7, 2025
All passengers on board are safe.
All thanks to #BholeBaba & The Skilled pilot Capt RPS Sodhi. #Uttarakhand #Kedarnath #helicopter #HelicopterCrash… pic.twitter.com/maAd8HBCI5
पायलट ने स्थिति को काबू में करते हुए हेलीकॉप्टर की लैंडिंग पूरी की और इसके बाद जल्द ही हेलीकॉप्टर को हटा लिया गया. इस हादसे के बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने घटना स्थल का दौरा किया और जरूरी सुरक्षा उपाय किए. हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के कारण क्षेत्र में ट्रैफिक जाम भी लग गया, लेकिन अधिकारियों ने शीघ्र ही यातायात को सामान्य करने के उपाय किए.
उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर की उड़ानें श्रद्धालुओं को केदारनाथ और अन्य धार्मिक स्थलों तक पहुंचाने के लिए नियमित रूप से चलती हैं. हर ढाई मिनट में एक हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहा है, जिससे भारी संख्या में श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा की सुविधा मिलती है. हालांकि, इस प्रकार के हादसों की संख्या बढ़ने से सुरक्षा संबंधी चिंताएं भी उत्पन्न हो रही हैं. पिछले 12 वर्षों में राज्य में हेलीकॉप्टर से संबंधित 10 बड़े हादसे हो चुके हैं, जो सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े करते हैं.
स्थानीय लोग और यात्री इस हादसे के बाद हेलीकॉप्टर संचालन की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और अधिक कड़े सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं. यह घटना यह साबित करती है कि हाईवे पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग बेहद जोखिमपूर्ण हो सकती है, और इससे जुड़ी सुरक्षा व्यवस्था को पुनः परखा जाना चाहिए.
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