Updated on: 01 May, 2025 06:29 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
भारत ने बुधवार को एक नोटिस टू एयरमेन जारी किया, जिसमें 30 अप्रैल से 23 मई तक सैन्य उड़ानों सहित सभी पाकिस्तान-पंजीकृत, संचालित या पट्टे पर दिए गए विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की पुष्टि की गई.
प्रतिनिधित्व चित्र
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान में पंजीकृत सभी विमानों और पाकिस्तानी एयरलाइनों द्वारा संचालित विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है, जो पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद एक और बड़ा कदम है जिसमें 26 लोग मारे गए थे. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने बुधवार को एक नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) जारी किया, जिसमें 30 अप्रैल से 23 मई (अनुमानित अवधि) तक सैन्य उड़ानों सहित सभी पाकिस्तान-पंजीकृत, संचालित या पट्टे पर दिए गए विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने की पुष्टि की गई.
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रिपोर्ट के मुताबिक भारत और पाकिस्तान दोनों ने अब एक-दूसरे की एयरलाइनों को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने से रोक दिया है, क्योंकि पड़ोसी देश ने छह दिन पहले ही इस कदम की घोषणा की थी. उल्लेखनीय रूप से, जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन में वृद्धि हुई है, और भारतीय सेना ने प्रभावी रूप से जवाब दिया है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है और सरकार ने सशस्त्र बलों को क्रूर आतंकी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह से परिचालन स्वतंत्रता दी है. रिपोर्ट के अनुसार पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई. CCS को दी गई ब्रीफिंग में आतंकी हमले के सीमा पार संबंधों को उजागर किया गया.
इस बात पर गौर किया गया कि यह हमला जम्मू-कश्मीर में सफलतापूर्वक चुनाव होने और आर्थिक वृद्धि और विकास की दिशा में इसकी निरंतर प्रगति के मद्देनजर हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कई कदम उठाए हैं, जिसमें सिंधु जल संधि को स्थगित रखना और अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करना शामिल है. भारत ने उच्चायोगों की संख्या में भी कटौती करने का फैसला किया है.
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