Updated on: 05 March, 2025 05:52 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
शिवसेना के शहर अध्यक्ष प्रमोद नाना भंगीरे ने कहा कि औरंगज़ेब द्वारा हिंदुओं के खिलाफ़ किए गए अत्याचारों और धर्म परिवर्तन को थोपने के प्रयासों का महिमामंडन नहीं किया जा सकता.
अबू आज़मी. तस्वीर/X
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की पुणे इकाई ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के नेता अबू आज़मी के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि औरंगज़ेब की प्रशंसा करने वाली उनकी टिप्पणी महाराष्ट्र के गौरव का अपमान है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार शिवसेना के शहर अध्यक्ष प्रमोद नाना भंगीरे ने कहा कि मुगल सम्राट औरंगज़ेब द्वारा हिंदुओं के खिलाफ़ किए गए अत्याचारों और धर्म परिवर्तन को थोपने के उनके प्रयासों का महिमामंडन नहीं किया जा सकता और अबू आसिम आज़मी पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए.
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रिपोर्ट के मुताबिक औरंगज़ेब की प्रशंसा करने वाली उनकी टिप्पणियों के कारण अबू आज़मी को बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा से उसके चल रहे महाराष्ट्र बजट सत्र 2025 के अंत तक निलंबित कर दिया गया. प्रमोद भंगीरे ने पुणे के सरसबाग इलाके के पास विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और अबू आज़मी की टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे "महाराष्ट्र के गौरव का अपमान" बताया.
उन्होंने कहा, "ऐसे तानाशाह की प्रशंसा करना महाराष्ट्र के स्वाभिमान का अपमान करने के बराबर है. राज्य में प्रतीकों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम औरंगजेब का महिमामंडन करने वालों को करारा सबक सिखाएंगे." रिपोर्ट के अनुसार प्रमोद भांगिरे ने अबू आजमी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने और विधायक पद से इस्तीफा देने की भी मांग की. समाजवादी पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष अबू आजमी ने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमार) तक पहुंच गई थी.
मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक ने दावा किया, "हमारा जीडीपी (विश्व जीडीपी का) 24 प्रतिशत था और भारत को (उनके शासनकाल में) सोने की चिड़िया कहा जाता था." रिपोर्ट के मुताबिक औरंगजेब और मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के बीच लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर अबू आजमी ने इसे राजनीतिक लड़ाई बताया.
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